पाक आतंकी फिर से हमले की ताक में, भारत पाक सीमा पर बनाया गढ़
Published: Mar 30, 2015 02:19:00 pm
जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से मात्र तीन किलोमीटर दूर लश्कर के फिदायनी आतंकियों ने अपना गढ़ बनाया है
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से मात्र तीन किलोमीटर दूर लश्कर के फिदायनी आतंकियों ने अपना गढ़ बनाया है और भारत पर हमला करने की फिराक में हैं। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने पाकिस्तान में भारतीय बॉर्डर से महज तीन किलोमीटर दूर अपना बेस बनाया है।
एजेंसी ने बताया है कि भारत के लिए यह चिंता का विषय है क्योंकि इन कैंपों का 26/11 हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा का हेड हाफिज सईद दौरा कर रहा है और इन कैंपों पर मौजूद आतंकियों को दिशा निर्देश दे रहा है। बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने यह रिपोर्ट हाल में हुई घुसपैठ की घटनाओं को आधार मानते हुए बनाई है। होम मिनिस्ट्री को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि जम्मू सीमा से तीन किलोमीटर पाकिस्तान की जमीन पर आतंकियों ने ‘टेरर लॉन्च पैड्स’ बनाए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार सीमा इलाके में बनें ऎसे 10 कैंपों की पहचान की गई है जहां पर प्रशिक्षित आतंकी घरों में पनाह लिए हुए हैं और वे भारत पर हमला करने की योजना बना रहे हैं और आदेश का इंतजार कर रहे हैं। जम्मू सीमा से पाकिस्तान के बड़ा भाई मसूर, अभिअल डोगरा, चापरार, सुखमल और चरकभुरा इलाके सटे हुए हैं जहां आतंकी लश्कर के कैंपों में बसे हुए हैं। रिपोर्ट की मानें तो इन आतंकियों को पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में ट्रेनिंग के बाद यहां लाया गया और उन्हें किसी बड़े हमले से पहले स्टैंड बाई पर रखा गया है। सीमा के इतने करीब इन आतंकियों को पाकिस्तानी जमीन पर पनाह देने को लेकर यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि टीटीपी और लश्कर के 12-15 आतंकियों का समूह जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधयों को अंजाम देने के लिए योजना बना रहा है, कम से कम 60 आतंकी सीमा पार मोर्चा संभाले हुए हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी पाकिस्तानी सीमा से सटे इलाकों में पाक रेंजर्स की मदद से घुसपैठ की कई घटनाएं हुई थीं। इसी कारण कई बार सीमा पार से सीजफायर का उल्लंघन भी किया गया है। अरनिया, पहारपुरा, संबा, कठुआ, अखनूर में घुसपैठ की कई घटनाएं हुईं हैं। सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ीं हैं।
बीएसएफ के मुताबिक जम्मू सीमा से सटे इलाकों में पिछले दो महीनों में घुसपैठ की आठ बड़ी घटनाओं को जवानों ने नकाम किया है। अभी हाल ही में भी कठुआ जिले के एक थाने में दो आतंकियों के घुसने की घटना हुई थी जिसे जवानों ने मार गिराया था।