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पाकिस्तान ताकत के बल पर नहीं छीन सकता कश्मीर: पर्रिकर

Published: Sep 01, 2015 02:58:00 pm

Submitted by:

Rakesh Mishra

लड़ाई की महत्वपूर्ण घटनाओं और इसके
नायकों से जुडी जानकारी को स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाना चाहिए: पर्रिकर

Manohar Parrikar

Manohar Parrikar

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि पाकिस्तान ताकत के बल पर कश्मीर नहीं छीन सकता और भारतीय सेनाओं ने 1965 की लड़ाई में अपने से कहीं आधुनिक और उन्नत हथियारों से लैस पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ा कर यह साबित कर दिया था। रक्षा मंत्री ने हालांकि साथ ही यह भी कहा कि अब सुरक्षा परिद्श्य बदल चुका है, इसलिए सेनाओं को अत्यधिक सजग रहने की जरूरत है।



पर्रिकर ने यहां 1965 की लड़ाई की स्वर्ण जयंती के मौके पर तीनों सेनाओं द्वारा आयोजित संगोष्ठि में कहा कि पाकिस्तान को अपनी ताकत और अत्याधुनिक हथियारों को लेकर कुछ गलतफहमी थी और वह ताकत के बल पर कश्मीर को छीनना चाहता था। उन्होंने कहा कि हमारी सेनाओं ने पाकिस्तान को असल उत्तर दिया। सेनाओं ने उसी समय यह साबित कर दिया था कि पाकिस्तान कभी अपने इरादों में कामयाब नहीं हो सकता। बाद में इस कार्यक्रम के इतर भी उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को उसी भाषा में दिया गया जवाब समझ में आता है और हमारी सेना यह जवाब देने में सक्षम है।




रक्षा मंत्री ने संगोष्ठि में हिस्सा लेने आए तीनों सेनाओं के अधिकारियों और पूर्व सैनिकों से कहा कि इस युद्ध में भारतीय नेतृत्व , सेनाओं और कश्मीर के स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान की सभी गलतफहमियों का करारा जवाब दिया। विशेष रूप से हमारी सेनाओं ने अपने से आधुनिक और उन्नत हथियारों से लैस सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने युद्ध में अपनी हार नहीं मानी, लेकिन सबको इस युद्ध का परिणाम पता है।




पर्रिकर ने कहा कि जब वह नौ वर्ष के थे तो उन्होंने भी रेडियो में इस युद्ध में भारत की जीत की खबर सुनी थी। पर्रिकर ने कहा कि इस युद्ध के बारे में लोगों विशेष रूप से नई पीढ़ी को अधिक जानकारी नहीं है । इसलिए वह चाहते हैं कि इस लड़ाई की महत्वपूर्ण घटनाओं और इसके नायकों से जुडी जानकारी को स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से हाजी पीर दर्रे पर कब्जे की गाथा बच्चों को पता होनी चाहिए।

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