’26/11′ जैसा हमला दोहराना चाहता था पाकिस्तानी जासूस
Published: Oct 28, 2016 08:52:00 pm
ख्तर गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में पश्चिमी तट, सर क्रीक और कच्छ के
इलाकों में भारतीय सुरक्षा बलों की तैनाती से जुड़ी सूचनाए एकत्रित कर रहा
था
नई दिल्ली। पाकिस्तान उच्चायोग का अधिकारी महमूद अख्तर पश्चिमी तट पर सुरक्षा बलों की तैनाती से जुड़ी गुप्त सूचनाओं को जानकारी जुटा रहा था। उसका मकसद एक बार फिर भारत में 26/11 जैसा बड़ा धमाका करने का था। इस बात का दावा भारतीय होम मिनिस्ट्री के अफसर ने किया है। महमूद ने भारत में मेहबूब राजपूत के नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखा था।
अधिकारी ने बताया कि पाक जासूस अख्तर गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में पश्चिमी तट, सर क्रीक और कच्छ के इलाकों में भारतीय सुरक्षा बलों की तैनाती से जुड़ी सूचनाए एकत्रित कर रहा था। आपको बता दें गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने मुस्तेदी का परिचय देते हुए अख्तर समेत तीन जासूस को पकड़ा था। ये तीनों जासूस भारत के खिलाफ खुफिया सूचनाएं एकत्रित कर रहे थे। अख्तर के अलावा जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया उनके नाम मौलाना रमजान और सुभाष जांगीर बताया गया।
गुरुवार रात को गिफ्तार हुआ शोएब जोधपुर में वीजा एजेंट का काम करता है। उसकी मां और फैमिली के कई मेंबर पाकिस्तान में रहते हैं। दिल्ली में पाक हाई कमीशन के साथ बॉर्डर पार भी उसकी पकड़ मजबूत है। 4 साल से जासूसी में शामिल है और वह 6 बार पाकिस्तान भी जा चुका है। उसके पास कुछ खुफिया दस्तावेज और फैबलेट मिला थे लिकिन अख्तर ने उन्हें गिरफ्तारी से पहले तोड़ दिए थे। अधिकारी ने बताया कि मौलान और सुभाष पैसों के एवज में खुफिया सूचनाएं अख्तर को देते थे।
जासूसों की गई पूछताछ में पता चला है कि ये लोग आपस में मोबाइल के जरिए गुप्त सूचनाओं का आदान प्रदान करते थे। पुलिस ने इन लोगों के मोबाइल भी जब्त कर लिए है। ये लोग अधिकतर वॉट्सऐप पर वाइस कॉल करते थे। कभी-कभी ये लोग नॉर्मल कॉल पर भी बात करते थे लेकिन इनकी बातचीत कोर्डवर्ड में होती थी। मौलाना रमजान, सुभाष जांगिड़ को खुफिया जानकारी पाक हाई कमीशन में तैनात आईएसआई एजेंट अख्तर को देने के बदले 30 से 50 हजार रुपए मिलते थे।