उन्होंने कहा कि भारत और इजरायल के बीच जो समझौते हुए हैं उनमें तकनीकी सहयोग के कयी संयुक्त उपक्रमों पर काम हो रहा है
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि भारत और इजरायल के बीच रक्षा क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के कई अहम समझौते किए गए हैं। पर्रिकर ने आज लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत और इजरायल के बीच जो समझौते हुए हैं उनमें तकनीकी सहयोग के कयी संयुक्त उपक्रमों पर काम हो रहा है। इसमें जमीन से हवा में लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता वाली (एलआरएसएम) मिसाइल प्रणाली प्रमुख है।
उन्होंने बताया कि यह प्रणाली भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन और इजरायल की एयरोस्पेस इंडस्ट्री की ओर से संयुक्त रूप से विकसित की गई है। रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में कई अन्य स्तर पर भी दोनों देशों के बीच सहयोग चल रहा है जिसमें अच्छी प्रगति हो रही है लेकिन इनकी जानकारी सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं की जा सकती।
पाकिस्तान की ओर से लगातार की जा रही गोलाबारी और नागरकोट हमलें में कई भारतीय जवानों के शहीद होने के मद्देनजर आतंकवाद से निबटने में इजरायल की दक्षता और अनुभव का लाभ उठाए जाने के सबंध में पूछे गए सवाल पर पर्रिकर ने कहा कि इजरायल के साथ इस मोर्चे पर भी तकनीकी सहयोग जारी है। सीमा पर बिजली और लेजर तारबंदी इसका ही हिस्सा है कुछ और सहयोग भी हो रहे हैं लेकिन सुरक्षा कारणों से वह इसकी जानकारी सदन को नहीं दे सकते क्योंकि अगर ऐसा किया गया तो आतंकवादियों को इसकी भनक लग जाएगी।