सूर्यग्रहण के समय भारत में रात होगी और वह मुख्य रूप से उत्तरी अमरीका में देखा जा सकेगा। चंद्रग्रहण की शुरुआत उपछाया के ग्रहण से होगी और भारतीय समयानुसार 7 अगस्त की रात के 9.20 बजे उपछाया ग्रहण शुरू होगा।
बेंगलूरु: आगामी 7 अगस्त को आंशिक चंद्रग्रहण होग। भारतीय तारा भौतिकी संस्थान के प्रोफेसर (से.नि.) रमेंश चंद्र कपूर ने बताया कि अगस्त महीने में ग्रहण जोड़े में हैं। चंद्रग्रहण के बाद 21 अगस्त को सूर्यग्रहण होगा। इस चंद्रग्रहण की खासियत यह है कि यह भारत में भी दर्शनीय होगा। हालांकि, सूर्यग्रहण के समय भारत में रात होगी और वह मुख्य रूप से उत्तरी अमरीका में देखा जा सकेगा। चंद्रग्रहण की शुरुआत उपछाया के ग्रहण से होगी और भारतीय समयानुसार 7 अगस्त की रात के 9.20 बजे उपछाया ग्रहण शुरू होगा।
10.53 से शुरू होगा चंद्रग्रहण
आंशिक ग्रहण रात 10.53 बजे शुरू होगा और मध्य रात्रि 12.48 बजे खत्म होगा। 11 बजकर 40 मिनट पर चंद्रग्रहण का मध्य होगा। आंशिक ग्रहण की अवधि 1 घंटा 53 मिनट है। यह आंशिक या कहें खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा। सोमवार के दिन इस ग्रहण के लगने के कारण इसे चूड़ामणि चंद्रग्रहण भी कहा जाता है। इस ग्रहण से चंद्र बिंब का दक्षिणी भाग ग्रहण ग्रस्त होगा।
इन देशोें में भी दिखेगा चंद्रग्रहण
भारत के अतिरिक्त यह चंद्रग्रहण जापान, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, यूरोप, अफ्रीका महादीप, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिणी अंध महासागर, एशिया महादीप में भी दिखाई देगा।
ज्योतिष के अनुसार क्या करें क्या न करें
ये कार्य न करें
1- शुभ एवं नए कार्य की शुरुआत न करें।
2- यात्रा का परिहार करें।
3- भोजन मनोरंजन और शयन न करें।
4- घर से बाहर न निकलें।
5- मूर्ति स्पर्श व मूर्ति पूजा न करें।
6- गर्भवती महिलाओं को काटने, बुनने का कार्य न करें।
ये कार्य करें
1- ईश्वर की आराधना करें।
2- केवल मंत्रों का जाप करें।
3- ग्रहण के पूर्व व बाद में स्नान करें।
4- ग्रहण के बाद गरीबों को यथाशक्ति दान करें।
5- पवित्र नदियों और संगमों में स्नान करें।