पीडीपी ने अफजल गुरू की फांसी को बताया ‘न्याय का मजाक’
Published: Mar 02, 2015 02:46:00 pm
पीडीपी ने संसद हमले के अपराध में फांसी पर चढ़ाए गए अफजल गुरू की सजा को न्याय का मजाक करार दिया
PDD demands afzal guru mortal remains
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में भाजपा के समर्थन से पीडीपी की सरकार बनते ही नए-नए विवाद जन्म लेने लगे हैं। मुफ्ती मोहम्मद सईद का विवादित बयान अभी शांत भी नहीं हुआ था कि पीडीपी के विधायकों ने नई मांग करके एक नया विवाद खड़ा कर दिया। आज पीडीपी नेताओं ने अफजल गुरू पर बयान देकर माहोल गर्म कर दिया।
पीडीपी ने संसद हमले के अपराध में फांसी पर चढ़ाए गए अफजल गुरू की सजा को न्याय का मजाक करार दिया। पीडीपी विधायकों ने कहा कि विधायक इंजीनियर राशिद ने विधानसभा में अफजल गुरू पर प्रस्ताव रखकर सही काम किया था। इन लोगों ने अफजल गुरू के अवशेषों को कश्मीर लाए जाने की भी मांग की है। निर्दलीय विधायक राशिद ने 2011 में अफजल को माफी दिए जाने का प्रस्ताव रखा था।
मोहम्मद अफजल गुरू को 2001 में भारतीय संसद पर हुए आतंकवादी हमले का दोषी मानते हुए 9 फरवरी 2013 की सुबह दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया था। 13 दिसंबर 2001 को जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैय्यबा आतंकवादी गुटों के पांच आतंकवादियों ने देश के संसद पर हमला किया था। पुलिस के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी अफजल गुरू इस मामले का मास्टर माइंड था।