नई दिल्ली। प्रधानमंत्री ने रविवार को देश से अपने मन की बात में बच्चों की परीक्षाओं को लेकर बात की। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 17वें संस्करण में आगामी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर छात्रों को सुझाव दिए। उन्होंने बच्चों से कहा कि आप खुद लक्ष्य तय करें और उसे हासिल करें। आप अपना नजरिया बदलें और बड़ा उद्देश्य लेकर आगे बढे़ं। शांत रहें और आत्मविश्वास रखें। योग जरूर करें।
पीएम मोदी ने कहा कि कल उनकी भी परीक्षा है क्योंकि कल आम बजट पेश होना है। देश की सवा अरब आबादी के सामने उनकी भी परीक्षा है।
पीएम ने कहा कि आप खुद से अपने लक्ष्य को तय करें, खुद ही अपने टारगेट तय करें- मुक्त मन से, मुक्त सोच से, मुक्त सामर्थ्य से। हम दूसरों से स्पर्द्धा करने में अपना समय क्यों बर्बाद करें। हम खुद से ही स्पर्द्धा क्यों न करें। परीक्षा को अंकों का खेल मत मानिए। कहां पहुंचे, कितना पहुंचे ? उस हिसाब-किताब में मत फंसे रहिए। जीवन को तो किसी महान उद्देश्य के साथ जोड़ना चाहिए। एक सपनों को ले कर के चलना चाहिए, संकल्पबद्ध होना चाहिए। परीक्षाएं, तो हम सही जा रहे हैं कि नहीं, उसका हिसाब-किताब करती हैं; गति ठीक है कि नहीं है, उसका हिसाब-किताब करती हैं।
अपने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने बोर्ड परीक्षा दे रहे छात्रों तक क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का संदेश पहुंचाया, जिसमें सचिन ने छात्रों से अपने लिए ऐसे लक्ष्य (रियल अचीवेबल टार्गेट) तय करने का आह्वान किया, जिन्हें वास्तव में हासिल किया जा सके।
शतरंज के ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद ने छात्रों को परीक्षा के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्हें परीक्षा से पहले अच्छी तरह आराम करने, अच्छी नींद लेने और शांत चित्त से सवालों के जवाब देने का सुझाव दिया।
पीएम मोदी ने परीक्षार्थी छात्रों के लिए आध्यात्मिक गुरू मोरारी बापू का संदेश भी सुनाया। मोरारी बापू ने छात्रों से कहा कि वे परीक्षा के समय कोई बोझ न रखें, चित्त शांत रखें, खुश रहें, सफलता मिलेगी।
मोदी ने कहा कि अनुशासन सफलता को मजबूत बनाने की आधार शिला है इसलिए छात्रों को दूसरों से स्पर्धा करने की बजाय खुद से स्पर्धा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आशाओं के बोझ के नीचे मत दबिये, अपना लक्ष्य खुद निर्धारित कीजिए।
कुछ सुझावों का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि श्रेय गुप्ता ने बल दिया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन रहता है। छात्र पढ़ाई के साथ-साथ हेल्थ का भी ध्यान रखें। प्रभाकर रेड्डी जी आग्रह किया हैं, समय पर सोना चाहिए, सुबह जल्दी उठकर रिवीजन करना चाहिए। प्रभाकर रेड्डी जी की बात मैं कहने की हिम्मत नहीं करता, क्योंकि मैं सोने के संबंध में थोड़ा उदासीन हूं, मैं कम सोता हूं। निर्धारित सोने का समय, गहरी नींद – ये उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि आपकी दिन भर की और गतिविधियाँ और ये संभव है। लोगों की आदत होती है,सोने से पहले लम्बी-लम्बी टेलीफ़ोन पर बातें करना। उसके बाद वही विचार चलते रहते हैं,कहाँ से नींद आएगी?
ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर सुबह 11 बजे यह कार्यक्रम प्रसारित किया गया। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं एक मार्च से शुरू होने वाली हैं। यह कार्यक्रम यूट्यूब पर पीएमओ, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और डीडी न्यूज के चैनल पर उपलब्ध रहेगा। कार्यक्रम का क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारण रविवार शाम को आठ बजे किया जाएगा।
इससे पहले के कार्यक्रमों में पीएम नशे की लत, किसानों की समस्याएं, भ्रष्टाचार, लड़कियों की संख्या, खादी को बढ़ावा देने और सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को लेकर अपने विचार जनता के सामने रख चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस(28 फरवरी) के अवसर पर महान वैज्ञानिक सी वी रमन को श्रद्धांजली भी दी।