प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास आवासीय भवन के नाम पर गांधीनगर के सेक्टर 1 में प्लॉट नंबर 401/ए का एक चौथाई हिस्सा है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सम्पत्ति की कुल कीमत 1 करोड़ रुपए है। उनके पास कार नहीं है। उनके पास 89,700 कैश और बैंक में 2 लाख 9 हजार 296 रुपए हैं। मोदी की सबसे ज्यादा आय एफडी से होती है। यह लगभग 52 लाख रुपए की है। उनके पास कोई जमीन भी नहीं है। उल्लेखनीय है कि पीएमओ की वेबसाइट पर तमाम मंत्रियों की ओर से अपनी संपत्तियों की सूचना अपेडट करने पर यह बात सामने आई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास आवासीय भवन के नाम पर गांधीनगर के सेक्टर 1 में प्लॉट नंबर 401/ए का एक चौथाई हिस्सा है। इसकी कीमत 2 लाख 47 हजार है। उन्होंने एलएंडटी के टैक्स सेविंग इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड में 2012 में 20 हजार रुपए भी लगाए हैं। आभूषणों में उनके पास 4 सोने की अंगूठियां हैं जिनका वजन करीब 45 ग्राम है।
वहीं नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार में, जिन्होंने अपनी सम्पत्ति की अभी तक घोषणा की है, उनमें सबसे ज्यादा अमीर मंत्री अरुण जेटली हैं। उनके पास 4 करोड़ की भूमि और व्यापारिक सम्पत्ति है। 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की कीमत का घर है। 2 करोड़ की कार है। 2 करोड़ के गहने हैं। उन्होंने 15 करोड़ से अधिक का निवेश किया हुआ है। हालांकि अभी तक मोदी सहित केवल 13 मंत्रियों ने ही अपनी संपत्ति का ऐलान किया है।
जानकारी के अनुसार अक्टूबर 2014 से लेकर अब तक केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा की सम्पत्ति 3 करोड़ कम हो गई है। साथ ही लगभग सभी मंत्री निवेश करने लगे हैं। केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पास सिर्फ 50 हजार की नगदी है। उनकी सम्पत्ति 50 लाख से अधिक की है। वेंकैया नायडू के पास 53 लाख की संपत्ति है। प्रकाश जावडेकर और सुषमा स्वराज दोनों करोड़पति हैं। मेनका गांधी के पास तीन किलो सोना हैं तो वहीं जितेंद्र सिंह भी करोड़ों की सम्पत्ति के मालिक हैं।
सदानंद गौड़ा की सम्पत्ति हुई कम
सदानंद गौड़ा ने पिछले साल जब अपनी सम्पत्ति का ऐलान किया था तो विवाद हो गया था। तब रेल मंत्री रहे गौड़ा की सम्पत्ति पांच महीने में लगभग दोगुनी हो गई थी। चुनाव के दौरान उनकी सम्पत्ति 9 करोड़ 88 लाख थी जबकि अक्टूबर 2014 में यह 20 करोड़ 35 लाख हुई। इस बार उनकी संपत्ति तीन करोड़ घटकर 17 करोड़ रह गई है।