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PM मोदी की मन की बात, कहा-दिव्यांगों में प्रतिभा और जुनून दिखता है

Published: Sep 25, 2016 02:08:00 pm

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में रियो
पैरालिंपिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाडिय़ों की सराहना की

modi mann ki baat programme

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने कार्यक्रम मन की बात में रियो पैरालिंपिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाडिय़ों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। मोदी ने कहा कि इन खिलाडिय़ों ने दिव्यांगता के प्रति लोगों के नजरिये में बदलाव आया है। मोदी ने कहा रियो पैरालिंपिक के खिलाडिय़ों ने कमाल का जज्बा दिखाया।

हाथ गंवाने के बाद भी हासिल किया गोल्ड मेडल
मोदी ने रियो पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया की तारीफ करते हुए कहा कि 12 साल बाद एक बार फिर पदक जीतकर उन्होंने इतिहास रच दिया। मोदी ने कहा कि बढ़ती उम्र के साथ जब जज्बा कम होता जाता है तब झाझरिया ने उस जुनून को बरकरार रखा यह अपने आप में बड़ी बात है। झाझरिया ने 2004 में गोल्ड मेडल जीता और फिर 2016 में एक बार फिर सोने का तमगा हासिल किया। उन्होंने कहा कि झाझरिया ने एक दुर्घटना में अपना एक हाथ गंवाया लेकिन इसे खुद पर हावी नहीं होने दिया और एक कमाल के खिलाड़ी बने।

आर्थिक चुनौतियों से लड़ते हुए सफल हुए
मोदी ने रियो पैरालिंपिक में हाई जंप में गोल्ड मेडल जीतने वाले मरियप्पन थंगावेलु की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि थंगावेलु ने शारीरिक बाधाओं को तो पार किया ही साथ ही आर्थिक चुनौतियों से भी लड़ते हुए जो सफलता हासिल की उसकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। मोदी ने शॉट पुट में सिल्वर मेडल जीतने वाली दीपा मलिक के उस वाक्य को भी दोहराया जो उन्होंने मेडल जीतने के बाद कही थी- ‘मेडल जीतकर मैंने विकलांगता को हराया है।

दिव्यांगों की प्रतिभा और जुनून को दिखाती है
रियो पैरालिंपिक के 1500 मीटर की दौड़ में अल्जीरिया के अब्देलतीफ ने 3.48.29 सेकंड का समय लिया जो ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी से भी कम था। इस दौड़ में टॉप चार खिलाडिय़ों का समय ओलिंपिक पदक विजेता 3.50 सेकंड से बेहतर था। मोदी ने इस दौड़ का उदाहरण देते हुए कहा कि यह दौड़ दिव्यांगों की प्रतिभा और जुनून को दिखाती है।
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