टाइम मैग्जीन हर साल विश्व के सबसे प्रभावशाली लोगों का चयन करता है, इस पोल में कई चर्चित राजनेता, कलाकार और प्रभावशाली लोगों को शामिल किया गया था
नई दिल्ली। टाइम मैग्जीन के पर्सन ऑफ द ईयर पोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के दिग्गज नेताओं को पछाड़कर शीर्ष स्थान पर रहे हैं। टाइम मैग्जीन हर साल विश्व के सबसे प्रभावशाली लोगों का चयन करता है। इस पोल में कई चर्चित राजनेता, कलाकार और प्रभावशाली लोगों को शामिल किया गया था।
मोदी करीब 18 प्रतिशत मतों से जीते हैं। यह पोल रविवार रात तक चला। उनके पीछे अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जुलियन असांजे रहे। गौरतलब है कि टाइम मैग्जीन हर साल विश्व के सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों का चयन करता है। इसमें ऐसे लोगों को शामिल किया जाता है जिन्होंने पिछले 12 माह में लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया। हालांकि टाइम मैग्जीन इस पोल के परिणामों की औपचारिक घोषणा सात दिसंबर को करेगी।
पीएम मोदी ने अपनी करीबी प्रतिद्वंदियों जिसमें अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे के अलावा हिलेरी क्लिंटन भी शामिल थीं, उन्हें मात दी है। ओबामा, ट्रंप और असांजे को सात-सात प्रतिशत वोट्स मिले। फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जुकेरबर्ग और हिलेरी क्लिंटन को पोल में दो प्रतिशत और चार प्रतिशत वोट्स मिले। टाइम मैगजीन ने लिखा है कि हाल के कुछ माह में पीएम मोदी को भारतीयों की ओर से नई तरह की रेटिंग्स मिल रही है। सितंबर में पहले प्यू रिसर्च में यह बात साबित हुई है।
टाइम मैगजीन ने 2016 में दावेदारों के उनके उस वक्त का एनालिसिस किया है, जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा में रहे। मोदी ने 16 अक्टूबर को गोवा में हुए ब्रिक्स देशों के समित के दौरान पाकिस्तान को आतंकवाद का निर्यातक देश कहा था। इस दौरान मोदी सबसे ज्यादा चर्चा में रहे। इस साल हिलेरी क्लिंटन, एफबीआई के प्रमुख जेम्स कोमी, एप्पल के सीईओ टिम कुक, अमरीकी सैनिक हुमायूं खान के माता-पिता खिज्र और गजाला खान, उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग उन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे और चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग को शामिल किया गया था।
टाइम हर साल ऐसे शख्स को “टाइम पर्सन ऑफ द ईयर’ चुनता है, जो पॉजिटिव या नेगेटिव रूप से पिछले साल सबसे ज्यादा खबरों में रहा हो। “पर्सन ऑफ द ईयर’ का नाम टाइम मैगजीन के एडिटर्स तय करते हैं, लेकिन इस पोल के जरिए पाठकों को अपनी राय रखने का मौका मिलता है।