नई दिल्ली। संघ ने मुखर होकर कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर बनने में हो रही देरी के लिए राजनीति जिम्मेदार है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम में धर्म की वजह से नहीं बल्कि राजनीतिक वजह से कलह होता है और अभी तक राम मंदिर न बन पाने की वजह भी यही राजनीति ही है।
हिंदुओं के लिए राम जैसा दूसरा कोई नहीं
मोहन भागवत ने कहा कि हिंदुओं के लिए राम जैसा कोई दूसरा नहीं है इसलिए अगर राजनीति बीच से हट जाए तो राम मंदिर बनने में कोई समस्या नहीं है। संघ प्रमुख ने ये बातें महाराष्ट्र के संत गुलाबराव जी महाराज के जीवन शताब्दी वर्ष के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
राम मंदिर बनने से कोई नीचा नहीं होगा
राम मंदिर को लेकर संघ की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगता है कि इस मौके पर मोहन भागव त ने उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें अयोध्या में राम मंदिर की जगह पर विश्वधर्मी मानवता भवन बनाने की मांग की गई थी। भागवत ने कहा कि हिंदुओ के देश में राम के जन्मस्थान पर मंदिर बनना चाहिए। इसमें किसी को नीचा दिखाने वाली बात नहीं है। हिंदु-मुस्लिम कभी धर्म के आधार पर कलह नहीं किए। ये कलह सिर्फ राजनीतिक कारणों से है़। ये राजनीति बीच से हट जाए तो कोई समस्या नहीं है। राम सबके थे, है और रहेंगे। हिंदुओ के सामने दूसरा नहीं।
हमारे लिए कोई दुश्मन नहीं लेकिन दुनिया में कई दुष्ट हैं
भागवत ने साफ किया कि हमारे लिए कोई दुश्मन नहीं है, लेकिन दुनिया में कई दुष्ट हैं। अब कर्म शक्ति दिखाने का वक्त आ गया है। परिस्थिति अनुकूल है। हिंदू समाज में अभी शक्ति है, उसे यह शक्ति दिखानी चाहिए। भागवत ने चुटकी लेते हुए कहा कि देश में कुछ हिंदू गर्व से कहते हैं कि हम हिंदू हैं। कुछ को लगता है कि हिंदू हैं इसमें गर्व कैसा? कुछ ऐसे हैं जो यह बोलने से झिझकते हैं कि वो हिंदू हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे हिंदुओं की शंका दूर करने के लिए बाकियों को खड़ा होना पड़ेगा।