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कैदी ने टॉर्चर से बचने के लिए इस्लाम धर्म अपनाने की लगाई गुहार

Published: May 29, 2015 12:01:00 pm

Submitted by:

Rakesh Mishra

एक कैदी ने कथित उत्पीड़न से बचने के लिए चिट्ठी लिखी, इस चिट्ठी में कैदी ने इस्लाम कबूलने की इजाजत मांगी

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अहमदाबाद। एक कैदी ने अपने साथ हो रहे कथित उत्पीड़न से बचने के लिए जेल प्रशासन को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में कैदी ने इस्लाम कबूलने की इजाजत मांगी है। कैदी जिगनेश सोनी हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहा है। जिगनेश ने आरोप लगाया कि उसे जेल के एक ऎसे बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है, जहां कथित रूप से ज्यादा मुसलमान कैदी हैं। इतना ही नहीं जिगनेश ने अपने उत्पीड़न का आरोप भी लगाया है। अब उसके आवेदन को हाईकोर्ट में रखा जाएगा।

एक अंग्रेजी अखबार ने जेल सूत्र के हवाले से बताया कि कथित तौर पर सोनी को अपने साथियों से गाली-गलौच का सामना करना पड़ रहा है। ऎसा उस वक्त के बाद हुआ, जब उसे नए बैरक में शिफ्ट किया गया। इस संबंध में जब जिगनेश से जेल अधिकारियों से इसकी शिकायत की, तो उन्होंने कथित तौर पर कहा कि उसे यह सब भुगतना ही पड़ेगा।

जिगनेश साबरमती सेंट्रल जेल में बीते छह साल से बंद है। वह 2009 में मर्डर के केस में अरेस्ट हुआ था। 27 मई को जेल सुपरिटेंडेंट आर एस भगोरा को लिखी चिटी में उसने कहा है कि वह इस्लाम कबूलना चाहता है। उसने दावा किया कि वह दस और बंदियों से इस्लाम कबूलने की इजाजत मांगने वाला एप्लिकेशन लगवाने वाला है। जिगनेश ने बताया कि उसे 22 मई को दूसरे बैरक में शिफ्ट किया गया, जहां ज्यादा संख्या में मुस्लिम कैदी मौजूद थे। उसने दावा किया कि इस बैरक में हिंदू कैदियों को टॉर्चर करने के लिए ही रखा जाता है।

सूत्रों के हवाले से यह भी दावा किया गया है कि कुछ दूसरे हिंदू कैदियों को भी पूर्व में कथित तौर पर मुसलमानों के जरिए टॉर्चर की समस्या झेलनी पड़ी है। जेल प्रशासन का कहना है कि जिगनेश की मांग अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश भर है। वहीं इंस्पेक्टर जनरल टीएस बिष्ट ने एक अखबार से बातचीत में बताया कि हमने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
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