पंजाब में हमले के दौरान जम्मू-कश्मीर की स्वाट फोर्स को
भेजने के राज्य सरकार के फैसले की प्रशंसा करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि देश के
किसी भी पुलिस बल को इस तरह की मुठभेड़ से निपटने का इनका अनुभव नहीं है। यह अच्छा
कदम है। उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि वे गुरदासपुर हमले के जिम्मेदार तत्वों
की पहचान जानने के लिए उत्सुक हैं। उल्लेखनीय है कि पंजाब में “खालिस्तान” की मांग
को लेकर सिख आतंकवादियों ने काफी आतंक मचाया था। उस समय तत्कालीन पुलिस प्रमुख
केपीएस गिल की अगुवाई में पंजाब पुलिस ने बड़ी सख्ती से आतंकवाद का सफाया किया था।
एक बस स्टैंड पर हमला करने और एक फेरीवाले को गोली मारने के बाद सोमवार सुबह
आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर की सीमा के पास पंजाब के दीनानगर शहर के एक थाने पर
हमला किया।
आतंकवादी बंधक बनाने के लिए क्वार्टर में भी घुसे लेकिन सुरक्षाबलों की
त्वरित कार्रवाई के कारण उनकी योजना पर पानी फिर गया। पहले दोनों के बीच भारी
मुठभेड़ हुई लेकिन बाद में आतंकवादियों ने टेलीस्कोपिक राइफल का इस्तेमाल क रके
पुलिस अधीक्षक बलजीत सिंह को गोली मार दी। स्थानीय पुलिस, पंजाब पुलिस कमांडो,
सेना, जम्मू कश्मीर का स्वाट फोर्स और जम्मू क श्मीर पुलिस की आतंकवाद निरोधी शाखा
आतंकवादियों के खिलाफ संयुक्त अभियान में जुटी है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक
गुरदासपुर में जारी मुठभेड़ खत्म हो गया है। इस हमले में पांच पुलिसकर्मी शहीद हो
गए, तीन नागरिक मारे गए और तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया।