scriptदो दिन के ‘मिशन कश्मीर’ पर राजनाथ, एक महीने में दूसरा दौरा | Rajnath Singh to undertake J&K peace mission today | Patrika News

दो दिन के ‘मिशन कश्मीर’ पर राजनाथ, एक महीने में दूसरा दौरा

Published: Aug 24, 2016 12:13:00 pm

Submitted by:

Abhishek Tiwari

आतंकी वानी की मौत के बाद से हिंसा में अब तक 70 लोगों की हो चुकी है मौत

rajnath singh

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को दो दिन की यात्रा पर कश्मीर जा रहे हैं। इस यात्रा के दौरान राजनाथ वहां की स्थिति की समीक्षा करेंगे। उनके साथ गृह सचिव भी होंगे। राजनाथ सिंह कश्मीर में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ बातचीत भी कर सकते हैं।

एक महीने के अंदर दूसरा दौरा
इससे पहले गृहमंत्री ने कहा था कि राज्य में हालात सुधरने के बाद सरकार किसी से भी बात करने को तैयार है। एक महीने के अंदर ये गृह मंत्री राजनाथ सिंह का यह दूसरा जम्मू-कश्मीर दौरा है। जम्मू-कश्मीर में हिंसा की अलग-अलग वारदातों में दो पुलिसकर्मियों समेत 70 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हुए हैं। इस बीच गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा बीएसएफ के जम्मू-कश्मीर में रहने से हालात को ठीक करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश के खिलाफ काम करने वालों पर लगाम के लिए बीएसएफ की तैनाती जरूरी है।

मोदी ने की थी सभी दलों से मिलकर काम करने की अपील
आपको बता दें कि मोदी ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर से आए विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत में कश्मीर समस्या का संविधान के दायरे में वार्ता के जरिए स्थायी समाधान खोजने पर बल दिया। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इसके लिए मिलकर काम करने की अपील की। वहां के नेताओं ने प्रधानमंत्री से समस्या का राजनीतिक समाधान निकालने का अनुरोध किया था। संसद के मानसून सत्र के अंतिम दिन मोदी की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक भी आयोजित की गई थी जिसमें सभी दलों ने घाटी में स्थिति सामान्य बनाने के सरकार के प्रयासों में सहयोग देने की बात कही थी और वहां सभी पक्षों के साथ बातचीत करने पर बल दिया था।

जम्मू के विपक्षी नेताओं ने की थी राष्ट्रपति से मुलाकात

जम्मू-कश्मीर के विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी मुलाकात की थी और अनुरोध किया था कि वह केन्द्र सरकार को वहां सभी पक्षों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए कहें। उनका कहना था कि कश्मीर की समस्या का राजनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए क्योंकि यह प्रशासनिक समस्या नहीं है। इस बीच घाटी में 11 वर्षों के बाद सीमा सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गई है। बल के लगभग 2000 जवानों को श्रीनगर में तैनात करने के लिए सोमवार को राज्य में भेजा गया था।

बेरोजगारी है कारण
गौरतलब है कि आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से घाटी में तनाव है। केंद्र का मानना है कि इसकी एक अहम वजह इन नौजवानों की बेरोजगारी है। इसलिए अब केंद्र सरकार ऐसी कुछ योजनाएं शुरू करना चाहती है जिनसे इन बेरोजगार हाथों को काम मिले। सूत्रों के अनुसार राज्य पुलिस पांच इंडियन रिजर्व बटालियन बनाने वाली है। इसके अलावा अर्धसैनिक बलों में भी भर्ती शुरू होगी। साथ ही इन नौजवानों को एसपीओ बनाने की भी तैयारी है।
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