डॉ वैद्य ने यह भी कहा कि सरकार को जम्मू क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को वापस भेजने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
जम्मू: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने गुरुवार को कहा कि
जम्मू और कश्मीर में रहने वाले हिंदुओं को अल्पसंख्यक दर्जा दिया जए, क्योंकि वे राज्य में अल्पसंख्यक हैं। आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रचारक डॉ. मनमोहन वैद्य ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा की
जम्मू और कश्मीर एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां हिंदू अल्पसंख्यक हैं, जबकि मुसलमान बहुमत में हैं। हमें इस मुद्दे पर विचार किया जाना चाहिए, यह आवश्यक है और आरएसएस राज्य मे रहने वाले हिंदुओं को अल्पसंख्यक दर्जा देने के पक्ष में है।
शरणार्थी को भेजने की है तैयारी
डॉ वैद्य ने यह भी कहा कि सरकार को जम्मू क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को वापस भेजने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए। देखने मे आया है की रोहिंग्या और बांग्लादेशी शरणार्थी जम्मू के कुछ इलाकों में अपराध में रत हैं। यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो गए हैं7 सरकार को इन्हें वापस भेजने की दिशा में काम करना चाहिए, यह राष्ट्र की सुरक्षा के हित मे है7 इस मामले में दलगत राजनीति से भी ऊपर उठने की जरूरत है।
बैठक में अखिल भारतीय अधिकारी मौजूद
डॉ वैद्य ने यह भी कहा कि आरएसएस प्रमुख (सरसंचालक) डॉ. मोहन राव भागवत और आरएसएस के लगभग 200 वरिष्ठ अधिकारी, जो यहां 3 दिवसीय अखिल भारतीय प्रान्त प्रचारक बैठक में उपस्थित थे, ने
जम्मू और कश्मीर की मौजूदा स्थिति पर विस्तार से चर्चा की और आतंकियों से कड़ाई से निपटने की सलाह दी। डॉ वैद्य ने यह भी कहा कि हिंदुत्व भारत की पहचान है। हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि आरएसएस किसी के खिलाफ नहीं है और हिंसा का समर्थन नहीं करता है।