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बिहार टॉपर घोटाला: स्ट्रांग रूम से गायब हुई रूबी की कॉपियां

Published: Jun 30, 2016 01:22:00 pm

Submitted by:

Rakesh Mishra

आट्र्स में टॉपर रही रूबी राय की इंटर एग्जाम की आंसर शीट की बोर्ड ऑफिस के स्ट्रांग रूम से गायब

Ruby Rai

Ruby Rai

पटना। बिहार टॉपर्स घोटाले में अब चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। आट्र्स में टॉपर रही रूबी राय की इंटर एग्जाम की आंसर शीट की बोर्ड ऑफिस के स्ट्रांग रूम से गायब हो गई है। इस मामले में एसआईटी ने बोर्ड ऑफिस से रिपोर्ट मांगी है।

सिटी एसपी चंदन कुशवाहा ने बताया कि बोर्ड से पूछा जाएगा कि आखिर आंसर शीट कैसे गायब हो गई। शीट को किन परिस्थितियों में रखा गया था। उन्होंने कहा कि मामले में रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस की ओर से आगे की कार्रवाई होगी। रूबी ने बच्चा राय के वीआर कॉलेज से इंटर का फॉर्म भरा था, जबकि एग्जाम सेंटर हाजीपुर में जीए इंटर स्कूल था। पिछले हफ्ते बोर्ड में हुए इंटरव्यू के बाद एसआईटी ने रूबी राय को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। रूबी को 8 जुलाई तक ज्युडिशियल कस्टडी में रखने के ऑर्डर कोर्ट ने दिए हैं।

जमीन के बदले टॉपर बनाने का हुआ था सौदा
वहीं बिहार टॉपर्स स्कैम के पीछे लैंड डील की बात सामने आ रही है। वीआर कॉलेज का प्रिंसिपल बच्चा राय मेडिकल कॉलेज खोलना चाहता था और इसके लिए उसे 6 एकड़ जमीन की जरूरत थी। बच्चा राय ने रूबी राय के पिता अवधेश राय को प्रलोभन दिया कि वो जमीन के बदले उसकी बेटी को टॉपर बना देगा। यह सौदा रूबी राय के पिता अवधेश राय, बच्चा राय और बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद के बीच हुआ था। हालांकि, पुलिस ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है।

टॉपर्स मामले के आरोपियों के बैंक खातो को खंगालने की कार्रवाई शुरु
बिहार इंटरमीडियेट की परीक्षा में टॉपर्स फर्जीवाड़ा मामले के आरोपियों के बैंक खातों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू होने के साथ ही इनके खातो को खंगालना शुरु कर दिया गया है । टॉपर्स मामले के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआइटी ) सूत्रों ने यहां बताया कि जेल में बंद फर्जीवाड़ा मामले के मुख्य आरोपी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर लालकेश्वर प्रसाद सिंह, उनकी पत्नी एवं पटना के गंगा देवी महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर उषा सिन्हा, मामले के मास्टरमाइंड एवं वैशाली जिले के कीरतपुर स्थित विशुनदेव राय कॉलेज के प्राचार्य अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है। इसी तरह इस मामले के अन्य आरोपियों के बैंक खातों की भी जांच शुरु कर दी गई है।

सूत्रों ने बताया कि जांच में यह देखा जा रहा है कि आरोपियों ने अपने खाते से किन-किन लोगों के साथ लेन-देन की है । आरोपी अपने खाता में जमा राशि को बेनामी खाता में नहीं भेज सके। इसी को ध्यान में रखते हुए उनके खातों को जब्त किया जा रहा है । साथ ही आरोपियों से जुड़े कुछ अन्य लोगों के खातों को भी खंगाला जा रहा है। उल्लेखनीय है कि एसआईटी ने सभी बैंकों के क्षेत्रीय प्रबंधकों को टॉपर्स फर्जीवाड़ा के आरोपियों के खातों को जब्त कर जमा राशि का क्रमवार ब्यौरा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था । आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) भी टॉपर्स फर्जीवाड़ा के आरोपियों के आर्थिक पहलू की जांच कर रही है।

बोर्ड में अब बार कोडिंग सिस्टम
टॉपर घोटाले के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की परीक्षा प्रक्रिया में व्यापक बदलाव होने जा रहा है। बोर्ड कार्यालय में शैक्षणिक सलाहकार समिति की बैठक में इस पर चर्चा हुई। अगर सब कुछ ठीक रहा तो मैट्रिक की कंपार्टमेंटल परीक्षा से ही बदलाव दिखने लगेगा। बदलाव की तैयारी कई स्तरों पर है। इस पर विचार किया गया कि अगर कंपार्टमेंटल में नए बदलाव को लागू नहीं किया जा सका तो वर्ष 2017 की परीक्षा से इसे जरूर लागू किया जाएगा। बैठक में हुई चर्चा के अनुसार मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में बार कोडिंग सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके तहत जब कॉपियों को जांच के लिए भेजा जाएगा तब उनपर बार कोड बना रहेगा। सीबीएसई में बार कोडिंग की व्यवस्था पहले से लागू है।

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