इस मास्टमाइंड ने कर रखा है 50 सालों से भारत की नाक में दम
Published: Jun 11, 2015 12:41:00 pm
हाल ही में मणिपुर के चंदेल इलाके में सेना के काफिले पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया है। इस हमले में 18 सैनिकों की मौत हो गई थी
नई दिल्ली। हाल ही में मणिपुर के चंदेल इलाके में सेना के काफिले पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में 18 सैनिकों की मौत हो गई थी। सेना पर इस हमले का मास्टरमाइंड एसएस खापलांग है। एनएससीएन-के 75 वर्षीय खापलांग के नाम पर ही है। खापलांग इसके अलावा यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ वेस्टर्न साउथ-ईस्ट को भी चलाता है, जिसमें पूर्वोत्तर क्षेत्र के पांच विद्रोही संगठन शामिल है। खापलांग ने पिछले 50 सालों से भारत की नाक में दम कर रहा है।
10 भाई-बहनों में सबसे छोटे खापलांग का जन्म 1940 में म्यांमार के पंगसाउ पास के वखथम गांव में हुआ। खापलांग का कहना है कि उसने कचिन केमैतिकीना में बापटिस्ट मिशन स्कूल ज्वाइन करने से पहले असम के मारघेरिटा के स्कूल में पढ़ाई की। खापलांग तीन बेटे और एक बेटी है, जोकि विद्रोह से दूर बसे हैं। खापलांग पिछले 50 सालों से विद्रोहियों का लीडर है।
म्यांमार के हेमी नागा जनजाति के रहने वाले खापलांग ने बचपन में विश्व युद्ध दि्वतीय जैसी घटनाएं देेखी है। माना जाता है कि 1964 में नागा डिफेंस फोर्स में वो इन्हीं चीजों से प्रभावित हो कर शामिल हुआ था। खापलांग ने अपना सफर आगे बढ़ाया और वो पहले वाइस चेयरमैन और इस्टर्न नागा रेव्यूलश्नरी काउंसिल का चेयरमैन बना। जिसे उसने और उसके कुछ साथियों ने मिलकर 1965 में खड़ा किया था।