‘अंतरिक्ष विज्ञान अन्वेषण पर सार्वजनिक पूंजी निवेश न्यायोचित है?, इस विषय पर छात्रों ने प्रतियोगिता की
Debate on science
नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर के 54 स्कूलों के 108 छात्रों ने खगोल अन्वेषणों पर अपने विचार व्यक्त करने के लिए इंटर स्कूल वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लिया । प्रतियोगिता 24 अगस्त को सचदेवा ग्लोबल स्कूल, द्वारका में कराई गई। प्रतियोगिता का विषय, ‘अंतरिक्ष विज्ञान अन्वेषण पर सार्वजनिक पूंजी निवेश न्यायोचित है? पैसे बेहतर खर्च किया जा सकता है? रहा।
जजों के पैनल ने स्पष्टता, तर्क, उदाहरण और तथ्य और प्रस्तुति शैली के आधार पर परिणाम जारी किए। नोएडा स्थित खेतान स्कूल की छात्रा रोशनी श्रीवास्तव ने बाजी मारी। उसे पहला स्थान मिलने पर सात हजार रुपये दिए गए। डीपीएस इंटरनेशनल स्कूल, साकेत के छात्र हार्दिक जैन दूसरे स्थान पर रहे। इंद्रप्रस्थ इंटरनेशनल स्कूल, द्वारका की छात्रा पारखी ने तीसरा स्थान पाया। बहरहाल, कुछ छात्रों ने दूसरे ग्रह पर जीवन की खोज का समर्थन किया। किसी ने कहा कि शोध से अन्य देशों को मदद मिल सकती है। एेसा करने से भविष्य में प्राकृतिक आपदाओं से धरती को बचाने में मदद मिल सकती है। पक्ष में छात्रों ने कहा कि इस लिहाज से निवेश करना बेहतर है। वहीं, विपरीत में कहा गया है कि गरीबी और बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए निवेश करना चाहिए। इस ओर ध्यान देना चाहिए। छात्रों ने कहा कि अंतरिक्ष में खोज करने से ज्यादा जरूरी धरती पर रहने वाले मौजूदा लोगों की बुनियादी समस्याओं को दूर करना है।