स्मृति ईरानी मोदी सरकार की में तेजतरार और लोकप्रिय नेता हैं। मॉडलिंग से अपना करियर शुरू करने वाली स्मृति ने कभी सोचा भी नहीं था कि वो देश की राजनीति में इतना घुलमिल जाएगी।
नई दिल्ली: स्मृति जुबिन ईरानी का जन्म 23 मार्च 1976 को दिल्ली में हुआ था। स्मृति सौंदर्य प्रसाधनों के प्रचार से लेकर मिस इंडिया प्रतियोगिता की प्रतिभागी तक का सफर पूरा किया।
स्मृति ईरानी मॉडलिंग की दुनिया से पहले मैकडॉनल्ड्स में वेट्रेस और क्नीलर के पद पर कार्य कर चुकी हैं। इसके बाद मुंबई में वो एकता कपूर के सबसे लोकप्रिय शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में तुलसी का रोल निभाकर घर-घर तक पहुंच गईं।
स्मृति ईरानी टेलीविजन अकादमी अवॉर्ड चार इंडियन टेली अवार्ड और आठ स्टार परिवार पुरस्कार जीत चुकी हैं।
टीवी की चकाचौंध भरी दुनिया से आखिर तुलसी कैसे पहुंचीं राजनीति में जानिए पूरी कहानी
2003 में चांदनी चौक से लड़ी चुनाव
2003 में
स्मृति ईरानी ने भारतीय जनता पार्टी की मेंबरशीप ली। जिसके बाद दिल्ली के चांदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा।2011 में गुजरात से राज्यसभा सांसद चुनी गई। वहीं पार्टी ने अनुभव और तजुर्बा को देखते हुए हिमाचल प्रदेश में महिला मोर्चे की भी कमान सौंप दी।
मानव संसाधन मंत्री बनने पर विवाद
2014 में
स्मृति ईरानी अमेठी संसदीय क्षेत्र से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा। हालांकि उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। लेकिन मोदी सरकार ने उन्हें शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी। हालांकि इस पर कई बार विवादों के बाद स्मृति से ये मंत्रालय वापस ले लिया गया। जिसमें कहा गया था कि पीएम मोदी की उम्मीदों पर खड़ा नहीं उतरने पर स्मृति को मानव संसाधन मंत्री पद से हटाया गया है। जिसके बाद उन्हें कपड़ा मंत्रालय सौंपा गया। लेकिन एक बार फिर से
स्मृति ईरानी का कद बढ़ाते हुए उन्हें कपड़ा मंत्रालय के साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है।
स्मृति ईरानी की फैमिली
स्मृति ईरानी शादीशुदा जुबिन ईरानी पारसी के साथ विवाह रचाया। इस शादी के बाद स्मृति को दो बच्चे जौहर ईरानी और जोइश ईरानी हुए।
स्मृति ईरानी जुबिन की दूसरी पत्नी हैं। जुबिन को पहली शादी से भी एक बेटा शेनियल है।
स्मृति ईरानी एक एनजीओ भी चलाती हैं। जिसका मकसद सूदुर इलाकों में साफ पानी मुहैया कराना है।