ट्रक ने ओवरटेक किया, तो सपा विधायक ने आजाद कर दी भैंसें
Published: Jul 07, 2015 01:29:00 pm
भैंसों के
आजाद होने के बाद इलाके के आस-पास स्थित लोग भैंसों को अपने घर ले गए
आगरा/कोटा। उत्तर प्रदेश मे सत्ताधारी समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं के लिए लगता है कुछ बदलने वाला नहीं है। मैनपुरी के सदर से सपा विधायक राजकुमार यादव की एक हरक त से राजस्थान पुलिस के हाथ-पांव फूल गए।
दरअसल, विधायक कोटा होते हुए अपनी कार से जा रहे थे। इसी दौरान भैंसों से भरे एक ट्रक ने उनी कार को ओवरटेक कर लिया। बस, इसी बात से विधायक खफा हो गए और उन्होंने ट्रक रूकवाकर सभी भैंसों को आजाद कर दिया। यादव की इस हरकत से राजस्थान पुलिस के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई।
भैंसों के आजाद होने के बाद इलाके के आस-पास स्थित लोग भैंसों को अपने घर ले गए। इसके चलते पुलिस को प्रत्येक घर जा-जाकर लोगो से सभी भैंसें वापस करने की गुहार लगानी पड़ी। सभी भैंसें मिलने के बाद पुलिस यादव को स्थानीय पुलिस स्टेशन ले गई जहां काफी समझाने के बाद भैंस मालिकों ने विधायक के खिलाफ शिकायत नहीं दर्ज करवाने का फैसला किया।
यह है मामला
विधाकयक राजकुमार यादव कोटा से कार में अपने निर्वाचन क्षेत्र जा रहे थे जब भैंसों से भरे ट्रक ने उनकी कार को ओवरटेक कर लिया। इससे नाराज यादव ने अपने ड्राइवर को ट्रक से आगे निकलने को कहा। ट्रक को जबरन रूकवाकर विधायक ने सभी 30 भैंसों को खोल दिया। सड़क किनारे भैंसों को चरते हुए देख गांववाले पहले तो हैरान रह गए। लेकिन, इनहें भगवान की “देन” मानकर वे भैंसों को अपने घर ले गए।
भैंसों को विधायक द्वारा जबरन छोड़े जाने की सूचना मिलने पर राजस्थान पुलिस के हाथ-पावं फूल गए। भैंसों को ढूंढने के लिए पहले पुलिस को गांव के सभी घरों के दरवाजे खटखटाने पड़े और फिर लोगों से भैंसे वापस करने की मिन्नतें करनी पड़ी। वहीं, भैंसों के मालिक और विधायक की स्थानीय पुलिस स्टेशन में मुलाकात हुई। विधायक का कहना था कि भैंसों को बूचड़खाने ले जाया जा रहा था, जबकि मालिकों का कहना था कि जानवरों को स्थानीय डेयरी ले जाया जा रहा था और इसमें कुछ भी अवैध नहीं था।
हालांकि, सभी भैंसों के मिलने के बाद मालिकों और विधायक मे सुलह हो गई जिसके बाद पुलिस में मामले को लेकर कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई। वहीं, विधायक का कहना था कि ट्रक उनकी कार को छूता हुआ निकल गया था जिसके बाद उन्होंने ट्रक को रूकवाया था, लेकिन मैंने किसी भैंस को आजाद नहीं किया।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और उनके मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश यादव के करीबी राजकुमार ने बताया कि भैंसों को सड़को पर गांव वाले उन्हें अपने साथ ले गए। बाद में ट्रक चालक ने कहा कि भैंसें उसकी है। ऎसा नहीं है कि पुलिस वाले मुझे पुलिस स्टेशन ले गए। मैं ही वहां गया था क्योंकि पुलिसवाले चाहते थे मैं दुर्घटना को लेकर शिकायत दर्ज करवाऊं।