‘बच्चा चोर’ को GRP ने चलती ट्रेन में किया सैल्यूट, जानिए क्या था मामला
Published: Jul 07, 2015 10:44:00 pm
बच्चा चोरी की सूचना मिलते ही जीआरपी के जवान भी ट्रेन में सवार हो गए और पूछते- पूछते ए-वन कोच तक पहुंचे…
शहडोल। स्थानीय रेलवे स्टेशन में सोमवार की देर रात उस वक्त अजीब स्थिति निर्मित हो गई, जब ट्रेन पकडऩे के लिए अपने बेटे को लेकर दौड़ रहे एसपी को प्लेटफार्म में मौजूद यात्रियों ने बच्चा चोर समझ लिया और उन्हें रोकने का प्रयास किया। मौके की नजाकत को भांप एसपी ने खुद का परिचय दिया और ट्रेन में परिवार के साथ चढ़ गए। एसपी ने समाज में आई इस तरह की जागरूकता से प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन लोगों को पुरस्कृत करने की बात कही है।
दरअसल शहडोल एसपी सुशांत सक्सेना परिवार समेत निजी काम से शहडोल से बाहर जा रहे थे। दो मिनट के स्टापेज की अमरकंटक एक्सप्रेस स्टेशन में आकर खड़ी हो गई थी। इसी दौरान एसपी ने बच्चे के साथ ट्रेन पकडऩे के लिए दौड़ लगा दी और उनकी पत्नी पीछे छूट गईं। मां को अकेला छूटता देख बालक छोड़ो और मम्मी-मम्मी चीखने लगा। तभी स्टेशन में जागरूक यात्रियों ने बच्चा चोरी के संदेह पर एसपी को रोक लिया और पूछताछ करने लगे। एसपी ने यात्रियों को खुद एसपी बताकर दौड़ लगाकर ट्रेन पकड़ ली।
पूछताछ करने बर्थ तक पहुंच गई जीआरपी
सूचना मिलते ही जीआरपी के जवान भी ट्रेन में सवार हो गए और पूछते- पूछते एसी ए-वन कोच में एसपी तक पहुंच गए। उमरिया पहुंचते ही जीआरपी के जवान एसपी के पास पहुंचे और पूछताछ शुरू की। जैसे ही एसपी ने खुद की पहचान बताई जांच के लिए पहुंचे जवानों ने खड़े होकर सैल्यूट किया। इसके बाद जीआरपी को स्थिति समझ में आई।
सजग यात्री का होगा सम्मान: एसपी
समाज में जागरूकता और सजगता बेहद जरूरी है। जागरूकता के अभाव में कई अपराध समाज में बढ़ते हैं। स्टेशन में मेरा बेटा मां के लिए रो रहा था और ट्रेन भी छूटने की कगार पर थी। इस स्थिति में यात्रियों को संदेह होने पर रोककर पूछताछ की। फिर भी विश्वास नहीं हुआ तो जीआरपी को जानकारी दी। यह काफी सराहनीय काम था। पुलिस विभाग ऐसे जागरूक यात्री का सम्मान करेगी। हर कोई को समाज में ऐसी भूमिका निभानी चाहिए। जिससे निश्चित ही बढ़ते अपराधों में कमी आएगी। और अपराधी भी पकड़ में आएंगे।