यूपी: SC ने रिटायर्ड जज वीरेन्द्र सिंह को लोकायुक्त नियुक्त किया
Published: Dec 16, 2015 01:11:00 pm
उच्चतम न्यायालय ने आदेश के बावजूद उत्तरप्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं किए जाने को लेकर यूपी सरकार को फटकार लगाई है
लखनऊ। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए रिटायर्ड जज वीरेन्द्र सिंह को उत्तरप्रदेश का लोकायुक्त नियुक्त कर दिया। ऐसा देश में पहली बार हुआ है जब सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्ति का अधिकार अपने हाथ में लेते हुए किसी प्रशासनिक पद पर नियुक्ति की है। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने 14 दिसंबर को यूपी सरकार को दो दिन का समय देते हुए लोकायुक्त की नियुक्ति करने का आदेश दिया था।
आज सुबह सुप्रीम कोर्ट ने मांगे थे पांच नाम
बुधवार सुबह उच्चतम न्यायालय ने आदेश के बावजूद उत्तरप्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं किए जाने को लेकर यूपी सरकार को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने अखिलेश सरकार से उन पांच फाइनल नामों की लिस्ट मांगी थी जिन्हें प्रदेश का लोकायुक्त बनाने के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था। उल्लेखनीय है कि सरकार ने मंगलवार को हुई मीटिंग में लोकायुक्त के लिए नौ नामों का चयन कर लिया था।
बैठक रही बेनतीजा
हालांकि उच्चतम न्यायालय के सख्त रुख को देखते हुए उत्तर प्रदेश में नए लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर चयन समिति की मंगलवार को पांच घंटे से अधिक चली बैठक के बावजूद कोई नाम तय नही हो पाया और अब बुधवार को एक बार फिर से बैठक हुई। इससे पूर्व भी मुख्यमंत्री आवास पर शाम छह बजे चयन समिति की शुरु हुई मैराथन बैठक रात करीब साढे ग्यारह बजे तक चली लेकिन नए लोकायुक्त का नाम तय नहीं हो पाया।
50 न्यायाधीशों में से 9 नामों का किया चयन
मंगलवार को हुई बैठक में सन 2011 के बाद अवकाश ग्रहण करने वाले उच्च न्यायालय के करीब 50 न्यायाधीशों का नामों पर विचार किया गया, जिसमें से नौ नाम छांट लिए गए थे। परन्तु इनमें से किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही थी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड और विधानसभा में नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य सदस्य हैं।