नई दिल्ली। तीन दिन के भारत दौरे पर आई म्यांमार की विदेश मंत्री आंग सान सू की ने कहा है कि आतंकवाद को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि लक्षित हमलों को हर मामलों में अलग अलग कर देखा जाना चाहिए।
म्यांमार की विदेश मंत्री से पूछा गया था कि अगर भारत के पास आतंकवाद के सबूत हो तो क्या उनका देश लक्षित हमलों का समर्थन करेगा। उन्होंने कहा कि हम अहिंसा का समर्थन करते हैं और लक्षित हमला भी एक तरीके से हमले का हिंसक रूप है।
म्यांमार में लोकतंत्र की मजबूती के लिये साथ देगा भारत : प्रणव
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने म्यांमार में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के मजबूत होने पर खुशी व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि भारत इस पड़ोसी देश में पूर्ण लोकतंत्र की बहाली की प्रक्रिया को पूरा समर्थन देगा। राष्ट्रपति ने म्यांमार की स्टेट काउंसिलर एवं विदेश मंत्री आंग सान सू की का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करते हुए कहा कि भारत पिछले साल नवंबर में हुए आम चुनावों में म्यांमार की जनता की प्रतिक्रिया और भावना की सराहना करता है।
उन्होंने कहा कि वह लोकतंत्र को मजबूत बनाने की प्रक्रिया से बहुत प्रसन्न हैं। भारत इस संक्रमण काल में म्यांमार को लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्थापना में पूरी पूरी मदद देगा ताकि देश में स्थिरता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने म्यांमार को सशक्त लोकतंत्र की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं और सू की की भारत की पहली सरकारी यात्रा पर उनका स्वागत किया। मुखर्जी इस साल अगस्त में म्यांमार की यात्रा पर गए थे जहां दोनों देशों के बीच चार अहम समझौते हुए थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत म्यांमार सरकार के अनुरोध पर किंग मिंडन और बे ग्यी दाव के दो पुराने मंदिरों तथा पुरावशेषों के संरक्षण का काम जल्द शुरू करेगा। यह काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग करेगा और काम की लागत भारत सरकार वहन करेगी। सू की ने कहा कि भारत के साथ म्यांमार के घनिष्ठ मैत्रीपूर्ण संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरेंगे और उन्हें दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, भारत विशेषकर दिल्ली आकर मुझे बड़ी खुशी हुई है, जहां मैंने कई साल बिताए हैं। मैं आशा करती हूं कि दोनों देशों के बीच संबंध और बेहतर होंगे। मैं जब भी भारत आती हूं, मुझे महसूस होता है कि हम एक-दूसरे के कितने करीब और घनिष्ठ हैं और मेरा विश्वास है कि हमारी मित्रता समय की कसौटी पर खरी उतरेगी।
राष्ट्रपति भवन में सू की का परम्परागत स्वागत किया गया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। सू की कई मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तीन दिन की भारत यात्रा पर यहां आई हैं। गोवा में ब्रिक्स-बिमस्टेक आउटरीज शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद उन्होंने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मिली थीं।
म्यांमार के विकास के लिए भारत कटिबद्ध : नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि म्यांमार के विकास के लिए भारत कटिबद्ध है। विदेश मंत्री आंग सान सू की के नई दिल्ली दौरे के दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने के लिए नए समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। मोदी ने सू की के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम अपने संबंधों को कृषि, नवीन ऊर्जा व विद्युत क्षेत्र सहित कई क्षेत्रों में आगे बढ़ाने पर सहमत हैं।
म्यांमार के साथ नई दिल्ली के मजबूत विकास सहयोग कार्यक्रम को रेखांकित करते हुए मोदी ने नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी की नेता से कहा कि भारत आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को तैयार है। उन्होंने कहा, चूंकि आप म्यांमार को एक आधुनिक व समृद्ध राष्ट्र बनाना चाहती हैं, इसलिए भारत व उसकी मित्रता आपके साथ पूरे समर्थन व एकजुटता से खड़ा रहेगा।
हाल ही में सैन्य शासन से उबरकर लोकतांत्रिक राष्ट्र में तब्दील हुए पड़ोसी देश के साथ भारत के सुरक्षा सहयोग पर मोदी ने प्रकाश डाला। दुनियाभर में लोकतंत्र के प्रतीक के रूप में पहचान रखने वाली सू की ने सैन्य जुंता के खिलाफ देश का नेतृत्व किया।