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अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था रवाना, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

Published: Jul 01, 2016 01:01:00 pm

Submitted by:

Rakesh Mishra

पहले जत्थे में 900 पुरुष, 225 महिलाएं, 13 बच्चे शामिल हैं, इन्हें सुरक्षबलों की सुरक्षा के बीच 13 बसों, 24 मिनी बसों और अन्य वाहनों में रवाना किया गया

जम्मू। अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था शुक्रवार को जम्मू से रवाना हो गया। इस जत्थे में 1,138 तीर्थयात्री हैं। जम्मू एवं कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह, मंत्री प्रिया सेठी और लोकसभा सांसद जुगल किशोर ने शुक्रवार को सुबह पांच बजे जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पहले जत्थे में 900 पुरुष, 225 महिलाएं, 13 बच्चे शामिल हैं। इन्हें सुरक्षबलों की सुरक्षा के बीच 13 बसों, 24 मिनी बसों और अन्य वाहनों में रवाना किया गया।

सुरक्षा पर समीक्षा को राजनाथ जम्मू-कश्मीर में
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह अमरनाथ यात्रा से पहले घाटी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे। राजनाथ ने नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्य की स्थिति की समीक्षा की। इस समीक्षा के उपरांत उनका दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरा तय हुआ। सिंह यहां मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, पुलिस एवं सैनिक अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। इस दौरान वह शनिवार को पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले के बाद पैदा हालात का जायजा भी लेंगे। माना जा रहा है कि केन्द्रीय गृहमंत्री को उग्रवाद और साथ ही सरहद पार से घुसपैठ से निबटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की ओर से किए जा रहे विभिन्न उपायों से अवगत कराया जाएगा। इस मौके पर उनके साथ सीआरपीएफ और सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक भी मौजूद रहेंगे।

जम्मू में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
यात्रा के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों एवं विभागों ने सभी मूलभूत सुविधाओं के अलावा सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। कश्मीर घाटी में हिंसा की ताजा वारदातों के अलावा बढ़ती आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए राज्य की शीतकालीन राजधानी जम्मू तथा इसके अलावा आधार शिविर के आसपास भी जहां यात्री एक या दो दिनों तक रुकेंगे, वहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यूनीवार्ता को बताया कि आतंकवादियों की धमकियों को देखते हुए किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर अर्द्धसैनिक बलों के जवान तैनात
उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस के अलावा 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अद्र्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया जाएगा । पुलिस अधिकारी ने बताया कि अधिकारियों और थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में होटलों और लॉजों में रुकने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच उसके एक फोटो वाले पहचान पत्र और उसके आधार कार्ड के आधार पर करने के लिए संबंधित लोगों से कहें। यात्रा की सुरक्षा की नजर से केंद्रीय अद्र्धसैनिक बलों के 12,500 जवानों के अलावा 8000 राज्य पुलिस के जवानों को दो प्रमुख मार्गाें पहलगाम और सोनामार्ग पर तैनात किया गया।

राज्यपाल ने किया हवाई दौरा
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एवं अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष एन एन वोहरा ने यात्रा को देखते हुए कल पहलगाम-पंजतारणी मार्ग का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने पंजतारणी, शेषनाग और बालटाल यात्रा शिविरों का दौरा भी किया और डोमल में यात्रा तैयारियों का जायजा भी लिया । राज्यपाल ने यात्रा के सुचारु रूप से चलने और यात्रा मार्ग में आवश्यक तैयारियों के मद्देनजर सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पर्वतीय बचाव दल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा भी की।

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