84 साल के सबसे युवा भारतीय थे। मृत्यु से कुछ क्षण पहले तक उनमें वैसा ही जोश और उत्साह था, जैसा आप युवाओं में देखते हैं।
डॉ. अवुल पाकिर जैनुलावद्दीन अब्दुल कलाम
1. 84 साल के सबसे युवा भारतीय थे। मृत्यु से कुछ क्षण पहले तक उनमें वैसा ही जोश और उत्साह था, जैसा आप युवाओं में देखते हैं। उनकी मृत्यु स्वभाविक तौर ऎसे समय हुई, जब वे अपने सबसे प्रिय विषय के बारे में युवाओं को संबोधित कर रहे थे।
2. महान भारत के वास्तविक प्रतीक, आदर्श नागरिक और सर्वाधिक सकारात्मक भारतीय थे। रामेश्वरम में गरीब मछुआरा परिवार में पैदा हुए कलाम अपनी प्रतिभा, मेहनत और लगन के बल पर ऊंचाई पर पहुंचे
3. नवचेतन इंसान, महान मुस्लिम, वीणा वादक, कुरान के साथ-साथ भागवत गीता का बराबर ज्ञान। डीआरडीओ के सचिव रहे, देश के राष्ट्रपति बने। विज्ञान लेखन में बेस्टसेलर किताबें लिखी
5. वैज्ञानिक रहे या फिर राष्ट्रपति उनके लिए भारत प्रथम हमेशा बना रहा। उनमें देशभक्ति कूट-कूट कर भरी थी। कहा जाता है कि 2004 के लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस के नेतृत्व सरकार बनने की स्थिति आई, तब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री नहीं बनने की सलाह दी थी। डॉ. विक्रम साराभाई, प्रोफेसर सतीश धवन और डॉ.ब्रह्म प्रकाश उनके प्रेरणास्त्रोत थे। उन्होंने अपने जीवन में सिर्फ दो अवकाश लिए। एक पिता और दूसरी माता के निधन पर।
6. वे युवाओं के सबसे बड़े प्रेरणापुंज थे।
आखिरी ट्वीट… शिलांग जा रहा हूं। लिवेबल प्लेनेट अर्थ पर आईआईएम में कार्यक्रम में भाग लेने।
– एपीजे अब्दुल कलाम