नोटबंदी के बाद सरकार द्वारा जारी किए नियमों के अनुसार आपको अपनी सैलरी लेने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री द्वारा आठ नवंबर को की गई नोटबंदी की घोषणा के बाद बुधवार यानी 30 नवंबर को पहली बार कर्मचारियों की सैलरी आएगी। इसमें सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट नौकरी करने वाले भी शामिल है। आपको बता दें कि केवल सरकारी कर्मचारियों की संख्या एक करोड़ से ज्यादा है जिसमें 50 लाख कर्मचारी और 58 लाख पेंशनर्स है। आने वाले सात दिन सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि इन्हीं सात दिनों में कंपनियां अपने कर्मचारियों के पैसे को देती हैंं।
नोटबंदी के बाद सरकार द्वारा जारी किए नियमों के अनुसार आपको अपनी सैलरी लेने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हम आपको बता रहे हैं कि नोटबंदी का क्या फर्क पड़ेगा आपके वेतन पर तथा आप किस तरह इससे प्रभावित होंगे।
– अगर आपकी सैलरी 24 हजार या इससे कम है तो आप अपने पूरे पैसे एकबार में ही निकाल सकते हैं।
– अगर आपकी सैलरी 24 हजार से ज्यादा है तो आपको अगली रकम निकालने के लिए एक हफ्ते का इंतजार करना पड़ेगा। नोटबंदी के बाद सरकार के नियमों के अनुसार आप एक हफ्ते में सिर्फ 24 हजार रुपए ही निकाल सकते हैं।
– बैंकों ने सैलरी के पैसे देने के लिए पहले से कैश रिजर्व कर रखा है जिससे की लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। आरबीआई ने भी सैलरी की तारीख को देखते हुए बैंकों को ज्यादा कैश जारी किया है।
– लोगों की परेशानियों को कम करने के लिए बैंक अलग काउंटर बना रहे हैं। पेंनर्स को दिक्कत न हो इसके लिए विशेष सुविधा की गई है।
– जिन लोगों की सैलरी कैश में आती है उनके लिए स्पेशल कैंप की व्यवस्था की गई है, ताकि वो अपना बैंक अकाउंट खोले और परेशानियों से बच सके।
– इस महीने की सैलरी आपको ज्यादातर छोटे नोटों में देने के साथ-साथ बैंक दो हजार के नोट भी देंगे।
– सरकार ने इन परेशानियों से बचने के लिए एक उपाय पहले की थी जिसमें सरकार सी और डी क्लास के कर्मचारियों को विकल्प दी थी कि आप अपनी सैलरी से दस हजार रुपए एडवांस में निकाल सकते हैं।