जम्मू। भारतीय सेना ने शनिवार को कहा कि उसने उरी में दो पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) के लिए गाइड के रूप में काम करते थे। सेना के उत्तरी कमान के ऊधमपुर मुख्यालय के प्रवक्ता कर्नल एसडी गोस्वामी ने राज्य की सर्दियों की राजधानी जम्मू में आईएएनएस को बताया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो आतंकी संगठन जैश के लिए काम करते थे।
दोनों उड़ी के नियंत्रण रेखा वाले इलाके में घुसपैठ करने वाले गुटों के लिए मार्गदर्शक के रूप में काम करते थे। सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों को मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर ने खुद ट्रेनिंग दी। इन दोनों ने 12 से 18 आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराया। सेना इस बात की जांच कर रही है कि क्या उरी अटैक के हमलावर भी इन्हीं की मदद से भारत की सीमा पार किए थे। ये दोनों लाइन ऑफ कंट्रोल के पास भारत के अंदर आतंकियों की घुसपैठ कराने में रूट के लिए मदद करते थे। फिलहाल खुफिया एजेंसियां, आर्मी और बीएसएफ की जॉइंट टीम दोनों से पूछताछ कर रही हैं।
दोनों पाकिस्तानी नागरिकों को गत 21 सितंबर को सेना और सीमा सुरक्षा बल के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के क्रम में उनकी पहचान खालियाना कलां के मोहम्मद खुर्शीद के पुत्र अहसान खुर्शीद उर्फ डीसी और जहांगीर के गुल अकबर के पुत्र फैसल हुसैन अवान के रूप में की गई। इन दोनों को दो साल पहले जेईएम ने नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ कराने के लिए इन्हें भर्ती किया था। उन्होंने जो विस्तृत ब्यौरा मुहैया कराया है उनकी जांच संबंधित एजेंसियां कर रही हैं। सेना ने कहा कि 18 सितंबर के उड़ी सैन्य शिविर पर हमले के लिए जैश के चार आत्मघाती आतंकी जिम्मेदार हैं, जिसमें 18 जवान शहीद हुए थे और 30 अन्य घायल हैं।