scriptमुंबई धमाके के पीडित ने कहा, मां के चीथड़े उड़ते देखा… | Victim of Mumbai bomb blast confesses, saw rags of mother everywhere | Patrika News

मुंबई धमाके के पीडित ने कहा, मां के चीथड़े उड़ते देखा…

Published: Jul 30, 2015 08:24:00 am

मुंबई बम धमाकों में अपनी मां को गंवाने वाले तुषार का मानना है कि विरोध करने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए

tushar deshmukh

tushar deshmukh

मुंबई। “मैंने उस हादसे में अपनी मां को गंवाया है। जब एक 13 साल का बच्चा अपनी आंखों के सामने अपनी मां को बम धमाकों में टुकड़े-टुकड़े होते देखता है तो उससे पूछिए कि वो हादसा कितना भयावह था।” ये कहते हुए तुषार देशमुख का 22 साल पुराना जख्म एक बार फिर रिस उठा। मुंबई बम धमाकों में अपनी मां को गंवाने वाले तुषार बुधवार को विधानसभा पहुंचे।



वे याकूब मेमन की फांसी का समर्थन करने वाला एक पत्र लाए थे। इस पर 1600 लोगों ने हस्ताक्षर किए थे। इनमें से कई ऎसे थे, जिन्होंने उस हादसे में अपनों को खोया था। याकूब की फांसी का विरोध कर रहे लोगों को सख्त संदेश देते हुए तुषार का कहना है कि उन्हें समझना चाहिए कि उस हादसे में हर धर्म के लोग मारे गए थे, इसलिए इस बात पर धर्म को न लाएं। तुषार का ये भी मानना है कि विरोध करने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए।



गौरतलब है कि मुंबई बम धमाकों में दोषी याकूब मेमन को गुरूवार सुबह सात बजे जेल में फांसी दे दी गई। इससे पहले उसकी फांसी को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दिन में भी सुनवाई हुई और कोर्ट ने सजा को बरकरार रखा। इसके बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल और राष्ट्रपति ने भी याकूब की दया याचिका को खारिज कर दिया था। देर रात को सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकीलों ने फांसी पर 14 दिन की रोक लगाने की दलील दी। इसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।
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