नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को धुआं-धुंध छट गई, दूर तक साफ-साफ दिखाई देने लगा, लेकिन खराब हवा की गुणवत्ता सुधरने में अभी थोड़ा वक्त लगेगा। वायु गुणवत्ता प्रणाली एवं मौसम भविष्यवाणी प्रणाली एवं अनुसंधान (एसएफएआर) के अनुसार, सोमवार को अपराह्न में धूलकण का स्तर 2.5 और पीएम 10 का स्तर अधिकांश जगहों पर 500 से ऊपर रहा। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के अनुसार, पूर्वी दिल्ली में आनंद विहार, दक्षिणी दिल्ली में आर.के. पुरम, दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली में द्वारका, पंजाबी बाग और मध्य दिल्ली में मंदिर मार्ग समेत सभी प्रदूषण मापक केंद्रों पर पीएम 2.5 का स्तर 500 माइक्रोगाम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक था।
दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके को कवर करने वाला अमरीकी दूतावास का वायु प्रदूषण मॉनीटर ने वायु गुणवत्ता सूचकांक 551 दर्शाया जो खतरनाक माना जाता है। 500 से ऊपर के मूल्यों को वायु गुणवत्ता सूचकांक से परे माना जाता है। अमरीकी दूतावास की वेबसाइट ने यह कहते हुए अलर्ट जारी किया कि प्रदूषण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है।
सोमवार को दृश्यता रविवार की तुलना में 200 मीटर से बढ़कर 400 मीटर हो गई थी। भारतीय मौसम विभाग ने कहा, सफदरजंग इलाके में सुबह 8.30 बजे दृश्यता 400 मीटर थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपील करते हुए कहा कि यह समय केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर काम करने का है।
दिल्ली सरकार ने धूल के कारण होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए पेड़ों और सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया। सरकार ने सभी स्कूलों को तीन दिनों के लिए बंद रखने और मकानों को तोडऩे और बनाने का काम शुक्रवार तक रोकने का आदेश दिया है, ताकि धूल हवा में न मिले। उपराज्यपाल नजीब जंग ने सोमवार को इस मुद्दे पर बैठक बुलाई, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन, पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन, तीनों नगर निगमों के आयुक्त शामिल हुए।
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एक निजी संस्था स्काइमेट के अनुसार, मंगलवार के बाद वायु गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है, क्योंकि उत्तर-पश्चिमी से 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है, धूल व धुएं वाली धुंध और छंट सकती है।