व्यापमं घोटालाः मौतों की जांच होगी, हत्या से इनकार नहींः SIT Chief
Published: Jul 01, 2015 08:20:00 am
एसआईटी प्रमुख चंद्रेश भूषण
ने साफ कहा है कि सभी मौतों की जांच होगी, इन मौतों में हत्या की आशंका से कतई
इनकार नहीं किया जा सकता है
भोपाल। व्यापमं घोटाले के संदिग्ध आरोपियों की लगातार हो रही मौतों पर जहां सियासत गर्म हो गई है। वहीं, एसआईटी ने सभी मामलों की जांच कराने की बात कही है। एसआईटी प्रमुख चंद्रेश भूषण ने साफ कहा है कि सभी मौतों की जांच होगी।
इन मौतों में हत्या की आशंका से कतई इनकार नहीं किया जा सकता है। वहीं, भाजपा ने एसआईटी पहुंचकर इन मामलों की जांच कराने की मांग की है। जबकि कांग्रेस ने इन मौतों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
एसआईटी प्रमुख ने माना 40 मौतें
एसआईटी प्रमुख चन्द्रेश भूषण ने मीडिया से बातचीत में स्वीकार कर लिया कि अब तक इन मामलों में 40 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। जिनमें से 25 मौतें व्यापमं की उन मामलों की हैं, जिनकी जांच एसआईटी कर रही है। सभी मामलों की जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट को दी जाएगी। भूषण ने कहा कि इन मामलों में हत्या की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
मौतों पर भ्रम फैलाने की कोशिश: चौहान
एसआईटी के दफ्तर में ज्ञापन देने पहुंचे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा व्यापमं से जुड़े 25 संदिग्धों की मौत हुई है। 42 मौतों का आंकड़ा भ्रम फैलाने वाला है। यह राजनीतिक साजिश है। कुल 25 संदिग्धों में से 11 आरोपी व्यापमं में केस दर्ज होने के पहले ही मारे गए थे। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष के साथ स्वास्थ्य मंत्री व सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा साथ में रहे।
फिर सुप्रीम कोर्ट गए दिग्विजय
व्यापमं घोटाले की लड़ाई एक बार फिर दिल्ली पहुंच गई है। कांग्रेस महासचिव और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को व्यापमं मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। इसके अलावा व्हिसिल ब्लोअर आनंद राय, आशीष चतुर्वेदी और प्रशांत पांडे ने भी अलग से याचिका दायर की है। याचिका में दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि मप्र हाईकोर्ट के 24 अपै्रल 2015 के उस आदेश पर स्टे लगाया जाए।