एयरबेस के एयर ऑफिसर कमांडिंग एन तिवारी की मौजूदगी में एयरबेस के हॉल में शॉर्ट फिल्म में एयरफोर्स की तैयारियां तथा जोधपुर एयरबेस का रोल तथा इतिहास बताया गया
नई दिल्ली। उरी हमले के बाद देश में माहौल बदला हुआ है। बदले हालातों के बीच सेना के जवान लगातार प्रैक्टिस शुरू कर चुके हैं। स्थिति ऐसी बनी हुई है कि कभी भी कुछ भी हो सकता है। ऐसे माहौल के बीच गरूड़ कमांडो ने दिलेरी के साथ एयर फोर्स पर होने वाले आतंकी हमले को चंद सेकेड्स में विफल कर दिया। हालांकि, ये नकली आतंकी थे। सेना इस समय किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहती है। एमआई 17 हेलिकॉप्टर से कमांडो आसमान से उतरे और अपनी पोजिशन ली। देखते ही देखते उन्होंने काल्पनिक आतंकियों को मार गिराया।
एयरफोर्स के 84वें स्थापना दिवस से पहले आयोजित डिस्प्ले के दौरान जोधपुर एयरबेस पर ऑपरेशनल तैयारियों के दौरान गरुड़ कमांडों ने अपनी रणनीतिक ताकत दिखाई। आतंकी हमले को विफल करने का डेमो दिखाने के लिए एयरफोर्स की ओर से अपने बेहतरीन फाइटर सुखोई के साथ मिग-21 व 27 के अलावा लड़ाकू हेलिकॉप्टर को प्रदर्शित किया।
इस मौके सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई 30, मिग 21 बायसन के साथ मिसाइल व घातक हथियारों का भी प्रदर्शन किया गया। राजस्थान के जोधपुर एयरबेस के एयर ऑफिसर कमांडिंग (एओसी) एन तिवारी की मौजूदगी में एयरबेस के हॉल में शॉर्ट फिल्म में एयरफोर्स की तैयारियां तथा जोधपुर एयरबेस का रोल तथा इतिहास बताया गया।
तैयारियों के इस मौके पर जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, राडार व अन्य घातक हथियारों को दिखाया गया। इन मिसाइलों की जद में पश्चिमी सीमा पार के कई ठिकाने तथा हवाई सुरक्षा की जा सकती है। साथ ही विमान भेदी मिसाइल इतनी सटीक है कि कोई विमान यहां तक पहुंचने से पहले आसमान में उड़ा दिया जाएगा। एयर फोर्स में दुश्मन पर फाइटर से गिराए जाने वाले विभिन्न तरह के बम प्रदर्शित कर उनकी क्षमताओं की जानकारी दी।