आखिर क्या है डोकलाम विवाद, जिसपर चीन और भारत के बीच अक्सर विवाद होता रहता है। पिछले एक महीने से दोनों देश की सेना आमने सामने हैं।
Doklam controvery
नई दिल्ली। पिछले एक महीने से भारत और चीन के रिश्तों में सीमा विवाद को लेकर तल्खी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। एक महीने से दोनों देश की सेनाएं भारत-भूटान और चीन की सीमा पर डटी हुई हैं। चीन लगातार 1962 युद्ध को हवाला देकर भारत को धमकी दे रहा है, तो नई दिल्ली ने भी साफ कर दिया कि 1962 के भारत और 2017 के भारत में बहुत फर्क है।
3500 किमी लंबी है भारत-चीन सीमा
भारत और चीन के बीच करीब 3500 किलोमीटर लंबी सीमा है। इसी सीमा के कारण दोनों देशों के बीच 1962 में युद्ध भी हो चुका है, लेकिन कोई हल नहीं निकला। ताजा विवाद भारत-भूटान और चीन के मिला बिंदु को लेकर है। जिसे भारत में डोकलाम, भूटान में डोक ला और चीन में डोकलांक कहा जाता है।
डोकलाम का कुछ हिस्सा सिक्किम में भारतीय सीमा से सटी हुई है। जहां चीन सड़क निर्माण करना चाहता है। भूटान और चीन दोनों इस इलाके पर अपना दावा करते हैं। भूटान और चीन में कोई राजनयिक संबंध नहीं है, इसलीए भूटान को ऐसे मामलों में भारत की ओर से सैन्य और राजनयिक सहयोग मिलता है।
भारत इस सड़क का विरोध इसलीए भी करता है क्योंकि, अगर चीन ने यह सड़क बना ली तो देश के उत्तर पूर्वी राज्यों को देश से जोड़ने वाली 20 किलोमीटर चौड़े इलाके पर चीन की बढ़त हो जाएगी। भारतीय सेना की भाषा में इस इलाके को चिकन नेक कहा जाता है। चीन को यही बात नागवार गुजरती है। यह इलाका भारत में सेवन सिस्टर के नाम से भी जानी जाती हैं।
भारतीय सैनिकों ने बनाया मानव दीवार
पिछले दिनों चीनी सेना ने लालटेन आउटलपोस्ट पर भारतीय बंकरों को निशाना बनाया था। इसके जवाब में भारत ने तो चीन पर कोई हमला नहीं किया, लेकिन सीमा पर दोनों देश के सैनिकों के बीच धक्का मुक्की हुई थी। इसके बाद भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को रोकने के लिए मानव दीवार बनाया था।