राष्ट्रगान के लिए नहीं खड़ा हुआ व्हीलचेयर पर बैठा शख्स, भीड़ ने पीटा
Published: Oct 21, 2016 02:55:00 pm
पणजी में स्थिति इस मल्टिप्लेस में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाया जाता है
पणजी। सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने के मामले पहले भी आ चुके हैं, लेकिन यह मामला थोड़ा अलग है। विकलांगों के लिए काम करने वाले लेखक सलिल चतुर्वेदी हाल ही एक मल्टिप्लेक्स में फिल्म देखने गए थे। पणजी में स्थिति इस मल्टिप्लेस में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाया जाता है, लेकिन स्पाइनल इंजरी के कारण व्हीलचेयर पर बैठे सलिल राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े नहीं हो सके। तभी उनके आसपास के लोगों ने इस बात पर उनकी पिटाई कर दी।
बताया जा रहा है कि राष्ट्रगान बजने के दौरान सलिल जहां बैठे थे उनके ऊपर वाली सीट पर एक पति-पत्नी थे जो खुद को बहुत देशभक्त मानते थे। राष्ट्रगान के दौरान सलिल का खड़ा न होना इस दंपती को इनता अखरा कि पति ने सलिल की पिटाई कर दी और पत्नी बार बार चिल्लाती रही कि यह खड़ा क्यों नहीं हो सकता।
अचानक हुए इस हमले से सलिल बुरी तरह घबरा गए, बावजूद इसके उन्होंने राष्ट्रगान खत्म होने के बाद उस दंपती से कहा, आप लोग शांत हो जाइए। आपको पूरी कहानी नहीं पता और आप कभी जान भी नहीं पाएंगे। वह दंपती इस पर भी नहीं माना और सलिल पर चिल्लाना शुरू कर दिया। इसके कुछ दी बाद हालांकि उन्हें अपनी गलती का अहसास हो गया और किसी तरह के पुलिस केस से बचने के लिए दोनों वहां से भाग निकले।
सलिल ने कहा – इस घटना के बाद मैंने फिल्म देखना ही छोड़ दिया है। मैं नहीं जा सकता। मुझे डर है कि कोई और मुझे बुरी तरह से ना पीट दे जिससे मेरी स्पाइनल इंजरी और न बिगड़ जाए। मुझे समझ नहीं आता कि लोग अपनी देशभक्ति को शांतिप्रिय तरीके से क्यों नहीं व्यक्त कर सकते। मेरे पिता वायुसेना के सेवानिवृत सैनिक हैं। मैंने ऑस्ट्रेलियन ओपन के वीलचेयर टेनिस में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। मेरे जीवन का चुनाव देखिए। आप कौन होते हो यह तय करने वाले कि मैं भारत से कितना प्यार करता हूं।