केरल में 2015-16 में अब तक 1 लाख लोगों को काट चुके हैं कुत्ते, कोर्ट ने जताई हैरानी, 17 नवंबर को होगी अगली सुनवाई
नई दिल्ली. केरल में कुत्तों द्वारा लोगों को काटे जाने की लगातार बढ़ रही घटना पर सुप्रीम कोर्ट ने हैरानी जताई है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इस बात पर आश्चर्य जताया कि केरल में ही क्यों सबसे ज्यादा कुत्तों के काटने की समस्या है। जबकि कोर्ट की बनाई समिति ने चेताया है कि कुत्तों की संख्या को नियंत्रित नहीं किया गया तो बड़ी संख्या में अवारा कुत्ते लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बने रहेंगे। उल्लेखनीय है कि 2015-16 में केरल में एक लाख लोगों को कुत्तों ने काटा था। इस मामले में 17 नवंबर को अगली सुनवाई होगी।
ये है जज का कहना
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने कहा मैं कई राज्यों में गया हूं। ओडिशा और असम में कुत्ते के काटने का मामला दुर्लभ है। हम जानना चाहते हैं कि यह समस्या केरल में इतनी ज्यादा क्यों है। न्यायमूर्ति अमिताव रॉय ने भी कहा कि समस्या वास्तव में इतनी गंभीर है तो पीडि़तों को इसका मुआवजा भी दिया जाना चाहिए।
मुआवजा दिया तो लग जाएगी भारी भीड़
इस मामले में केरल की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील वी गिरी ने कहा कि कुत्ते काटने के से पीडि़त सभी लोगों को मुआवजा दिया जाए तो लोगों की भारी भीड़ लग जाएगी। वकील वीके बीजू ने कहा कि ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में हर छह मिनट में कुत्ते के काटने की घटना होती है। उन्होंने कहा कि केरल में महिलाओं और बच्चों को अवारा कुत्तों के हमले के मामले बहुत हैं।
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