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‘अलविदा दोस्तो, मैं जा रहा हूँ’ और फिर इस बच्चे के हौसले के आगे मौत ने भी टेक दिए घुटने, बदल लिया रास्ता!

इस दुनिया का सबसे बड़ा और कटु सत्य है मौत, जो हर किसी को एक न एक दिन आनी ही है। लेकिन क्या हो जब किसी को पता हो कि वो इस दुनिया में सिर्फ चंद दिनों का मेहमान है उसके बाद उसकी मौत तय है जिसे कोई नहीं रोक सकता लेकिन वो मौत आखिरी समय पर अपना रास्ता भूल जाए और वो इंसान जीवित रह जाए?

Jul 11, 2017 / 09:11 am

राहुल

A boy who planned his own funeral faces his toughe

A boy who planned his own funeral faces his toughest test…coping with miracle recovery

इस दुनिया का सबसे बड़ा और कटु सत्य है मौत, जो हर किसी को एक न एक दिन आनी ही है। लेकिन क्या हो जब किसी को पता हो कि वो इस दुनिया में सिर्फ चंद दिनों का मेहमान है उसके बाद उसकी मौत तय है जिसे कोई नहीं रोक सकता लेकिन वो मौत आखिरी समय पर अपना रास्ता भूल जाए और वो इंसान जीवित रह जाए? जी हां! ये सिर्फ कल्पना नहीं है बल्कि सच है, जो एक बच्चे के साथ हुआ है। 

इस बच्चे को पता था कि वो कुछ ही दिनों का मेहमान है क्योंकि डॉक्टरों ने कह दिया था कि वो किसी भी दिन इस दुनिया से अलविदा कह सकता है। ये बात जानकर भी वो बच्चा डरा नहीं बल्कि अपने उन दिनों को उत्साह से जीता रहा और शायद इसी वजह से मौत भी उसके करीब से गुजर गई?
Second chance: Deryn staying positive in hospital, pictured during his fight with cancer
दिनों-दिन उसकी मौर उसके करीब आ रही थी। उसके परिवार के लोगों के दिलों की धड़कनें बढ़ती जा रही थी। लेकिन वो बच्चा अपनी मौत की तैयारियों में लगा हुआ था। वह कौन से कपड़े पहनकर मरेगा, किस जगह और किस कॉफिन में उसे दफनाया जाएगा, आदि जैसी तैयारियां वो खुद कर रहा था।
Doctors are at a loss to explain why Deryn Blackwell, who is one of just five people in the world with Langerhans Cell Sarcoma, has had such a miraculous recovery
ये कहानी है 14 साल के डेरिन ब्लैकवेल की जिसे मात्र 10 वर्ष की उम्र में ही ल्यूल्यूकेमिया यानि रक्त का कैंसर हो गया था। इतना ही नहीं लांगरहैंस सेल सरकोमा नाम की जिस बीमारी को अत्याधिक दुर्लभ की श्रेणी में रखा जाता है, उसने भी डेरिन को अपनी चपेट में ले लिया। डॉक्टरों ने डेरिन को बोन मैरो देने की भी कोशिश की लेकिन यह असफल रहे। अब डॉक्टर भी अपने हाथ खड़े कर चुके थे। साल 2013 में डॉक्टरों ने बच्चे के परिवार से कह दिया था कि वो आने वाला क्रिसमस नहीं देख पाएगा।
His family members and his doctors think that his amazing recovery might have been his incredible positivity in his attitude towards both life and death
इतना सब कुछ होने के बावजूद डेरिन नाम का यह बच्चा दिसंबर में अपना ‘आखिरी’ क्रिसमस मनाने घर आ गया और जनवरी के दूसरे सप्ताह में उसने अपने शरीर पर लगी सभी पट्टियां खोल दी तथा एक्स-रे के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि उसकी हड्डिया ठीक हो रही हैं। 
Many celebrities rallied behind Deryn in order to help him complete his 'bucket list' before he died. (Pictured: Deryn with comedian Russel Howard)
ये वो समय था जब डॉक्टरों द्वारा दी गई मौत की समय सीमा पार हो चुकी थी. डॉक्टरों ने जिस बच्चे की ज़िंदगी के लिए जबाब दे दिया था कि ‘बस अब कुछ दिन और’, वह पिछले 4 सालों से जिंदा है और धीरे-धीरे ठीक हो रहा है।
The 14-year-old was diagnosed with the condition 18 months after he began battling leukaemia in 2010
बच्चे के परिवार वाले हार मानकर बैठ गए थे, यहां तक कि वो बच्चा अपने मरने की तैयारियों में जुट गया था उसका जीवित रहना बेहद चौंकाने वाला है। 
After finding out he was going to survive, Deryn went through a confusing mix of emotions, since he had come to terms so completely with the prospect of his death
हम इस बच्चे की स्वास्थ्य की मंगल कामना करते हैं।

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