इस ऑफर के तहत अगले 15 सालों में 5 हेलीकॉप्टर्स बनाए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि इसकी लागत करीब 8 अरब डॉलर आएगी।
न्यूयॉर्क. रूस के साथ बिगड़ते रिश्तों के बीच अमरीका भारत को पहले से भी ज्यादा अपने करीब लाना चाहता है। वो भारत के साथ रक्षा तकनीक पर काम करना चाहता है। इसके लिए अमरीका ने भारत को फ्यूचर मिलिट्री हेलीकॉप्टर्स और इन्फन्ट्री वीइकल्स संयुक्त रूप से बनाने की पेशकश की है।
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के बाद डील संभव
इन दो प्रोजेक्ट्स पर भारत के साथ बातचीत डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के बाद फरवरी में होगी। इससे पहले भारत अमरीका के फ्यूचर वर्टिकल लिफ्ट एयरक्राफ्ट प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए अपनी रूचि दिखा चुका है। बहरहाल, इस ऑफर के तहत अगले 15 सालों में 5 हेलीकॉप्टर्स बनाए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि इसकी लागत करीब 8 अरब डॉलर आएगी। अमरीका ने यह प्रस्ताव अमरीका और भारत के बीच हुए डिफेंस टेक्नॉलजी ऐंड ट्रेड इनिशटिव के तहत पेश किया है।
इजरायल को भी पेशकश
अमरीका ने फ्यूचर इन्फन्ट्री कॉमबैट वीइकल प्रॉजेक्ट में भारत के साथ इजरायल को भी शामिल करने का सुझाव दिया है। हालांकि इस प्रॉजेक्ट पर भारत ने अभी तक औपचारिक तौर पर हामी नहीं भरी है क्योंकि भारत दो प्राइवेट कंपनियों के साथ के प्रॉजेक्ट के लिए बातचीत कर रहा है। बता दें कि अगर इस डील पर अंतिम मुहर लग जाती है तो दो फ्यूचर प्रॉजेक्ट्स तकनीक के विकास और आदान-प्रदान में भारत के काफी काम आ सकते हैं। ज्ञात हो कि हाल में अमरीकी रक्षा मंत्री ने एक बयान जारी कर भारत को अपना सबसे खास रक्षा सहयोगी करार दिया था।
रूस के साथ हो चुकी डील
भारत रूस के साथ मिलकर 200 कमोव-226टी हल्के हेलीकॉप्टर बनाने के प्रॉजेक्ट को भी फाइनल कर चुका है। साथ ही हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड भी 187 इसी तरह के हेलीकॉप्टर बनाने के प्रॉजेक्ट पर लगा हुआ है। उधर, जानकारों का मानना है कि जिस तरह से रूस और अमरीका के रिश्ते दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं उस पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने के लिए अमरीका भारत को अपने नजदीक ला रहा है। ज्ञात हो कि रूस दशकों से भारत का सबसे बड़ा रक्षा सहयोगी रहा है। हालांकि बीते आठ सालों से अमरीका भी करीब आया है।