ब्रिटेन के केंट की रहने वाली दो बच्चों की मां मिसेज टेरर अब आईएसआईएस की पहली महिला फिदायीन हमलावर बनेगी
लंदन। ब्रिटेन के केंट की रहने वाली दो बच्चों की मां मिसेज टेरर अब आईएसआईएस की पहली महिला फिदायीन हमलावर बनेगी। ब्रिटिश इंटेलिजेंस एजेंसियों की मिसेज टेरर की वजह से इन दिनों नींद उड़ी हुई है। एजेंसियों को इनपुट्स मिले हैं कि आतंकी संगठन आईएसआईएस ने सीरिया पर हो रहे हमले का बदला लेने के लिए मिसेज टेरर को बड़े हमले की जिम्मेदारी सौंपी है। इंटेलिजेंस एजेंसियों के मुताबिक, सीरिया के रक्का में महिलाओं को खास ट्रेनिंग दी जा रही है। पेरिस अटैक के बाद रूस और फ्रांस ने हवाई तेज कर दिए। इसके बाद आईएस बैकफुट पर नजर आ रहा है। डर इस बात का है कि अब आईएस महिलाओं को ढाल बनाकर हमले कर सकता है।
सैली जोन्स ने अपनी एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा-मैं जानती हूं कि मैं क्या कर रही हूं। वह आगे लिखती है कि स्वर्ग बहुत कीमती होता है और इसके लिए कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी। इसी पोस्ट में आगे लिखा-मैं चेचन्या की पहली सुसाइड बॉम्बर हावा बारायेव को श्रद्धांजलि देकर खुद को उड़ा लूंगी…मैं आईएस की पहली महिला सुसाइड बॉम्बर बनूंगी। साल 2000 में रूस के साथ चेचन विद्रोहियों की लड़ाई में हावा बारायेव पहली महिला सुसाइड बॉम्बर बनी थीं। हावा ने खुद को बम से उड़ा लिया था। इस विस्फोट में रूसी आर्मी के 27 सैनिक मारे गए थे।
ऐसी बनीं सैली जोन्स से मिसेज टेरर
मिसेज टेरर का असली नाम सैली जोन्स है। यह ब्रिटेन के केंट की रहने वाली है। सैली दो बच्चों की मां है। सैली रॉक बैंड में भी रह चुकी है। बाद में इसने मुस्लिम धर्म अपना लिया था। सैली जोन्स अब उम्म हुसैन और सकीना हुसैन के नाम से भी जानी जाती है। दो साल पहले तक सैली जोन्स ब्रिटेन में ही रहती थी। इसके बाद अपने 10 साल के बेटे को लेकर वह आईएस में शामिल हो गई।
आईएस में कैसे शामिल हुई सैली
सैली जोन्स पहले पब्स और क्लबों में रॉक म्यूजिक परफॉर्मेंस देने वाले 22 साल के जुनैद हसन के संपर्क में आई। हसन से मुलाकात के बाद सैली ने इस्लाम कबूला और नाम बदल लिया। 2013 में ही सैली ने जुनैद हसन से शादी की। जोन्स का झुकाव कट्टरपंथ की तरफ हुआ। जुनैद 2013 में ब्रिटेन के पूर्व पीएम टोनी ब्लेयर के सहयोगी से खुफिया जानकारी चुनाने और एंटी टेररिस्ट हॉट लाइन को ब्लॉक करने के आरोप में जेल काट चुका था। हमन अमरीका के ड्रोन हमले में मारा जा चुका है। शुरूआत में सैली ईसाइयों के विरोध में मैसेज पोस्ट करती थी। फिर अचानक सीरिया चली गई। सैली को आईएस में वुमन सेल को एक्टिव करने का जिम्मा सौंपा है।