2050 तक दुनिया की आबादी हो जाएगी 10 अरब
Published: Aug 29, 2016 09:19:00 pm
रिर्पोट में कहा गया है कि दुनिया की सबसे कम विकसित देशों की आबादी
संयुक्त रूप से 2050 तक मौजूदा आबादी की दोगुना 1.9 अरब हो जाएगी
न्यूयार्क। अमरीका की एक गैर-लाभकारी निजी एजेंसी ‘पॉपुलेशन रेफरेंस ब्यूरो’ (पीआरबी) के मुताबिक 2050 तक दुनिया की आबादी 33 फीसदी बढ़कर 9.9 अरब तक पहुंच जाएगी। उल्लेखनीय है कि दुनिया की मौजूदा आबादी 7.4 अरब के करीब है। एजेंसी की ओर से ‘वल्र्ड पॉपुलेशन डाटा शीट’ शीर्ष से जारी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2053 तक दुनिया की जनसंख्या 10 अरब पार कर जाएगी।
पीआरबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेफ्री जॉर्डन के अनुसार, पूरी दुनिया में प्रजनन दर में कमी दर्ज की गई है, लेकिन इसके बावजूद हमारा अनुमान है कि जनसंख्या वृद्धि दर इतनी तेज रहेगी कि हम जल्द ही 10 अरब का आंकड़ा छू लेंगे। रिपोर्ट में हालांकि अलग-अलग क्षेत्रों में जनसंख्य वृद्धि दर में भिन्नता रहने की बात भी कही गई है।
इस अवधि में एशिया की आबादी बढ़कर 5.3 अरब होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। वहीं 2050 तक अफ्रीका की आबादी 2.5 अरब तक पहुंचने की उम्मीद जताई गई है। हालांकि अमरीका की मौजूदा 22.3 करोड़ की आबादी बढ़कर सिर्फ 1.2 अरब होगी। आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की मौजूदा चार करोड़ की आबादी के बढ़कर 6.6 करोड़ होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
इसके अलावा रिर्पोट में कहा गया है कि दुनिया की सबसे कम विकसित देशों की आबादी संयुक्त रूप से 2050 तक मौजूदा आबादी की दोगुना 1.9 अरब हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा तय मानकों के अनुसार दुनिया में सबसे कम विकसित देशों की संख्या 29 है, उसमें भी अधिकांश देश अफ्रीकी महाद्वीप में स्थित हैं।
इस अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया की सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि दर वाले नाइजर में 2050 तक आबादी मौजूदा आबादी की तीन गुनी से भी अधिक हो जाएगी। वहीं रिपोर्ट यह भी कहता है कि दुनिया के 42 देशों की आबादी इस अवधि में घटेगी। आबादी में गिरवाट वाले ये देश एशिया, लैटिन अमरीका और यूरोप में स्थित हैं।
यूरोप की मौजूदा 74 करोड़ की आबादी 2050 तक घटकर 72.8 करोड़ रह जाएगी। रोमानिया की मौजूदा दो करोड़ की आबादी 2050 तक घटकर 1.4 करोड़ रह जाएगी। उल्लेखनीय है कि पीआरबी 1962 से लगातार हर वर्ष यह आंकड़े जारी करता रहता है, जिसका संदर्भ बड़े पैमाने पर दिया जाता रहा है।