वो दिन एक परिवार के लिए काल बनकर आया था। ऐसा काल जिसने 9 लोगों के इस परिवार को उम्र भर का गम दे दिया। अब से करीब 75 साल पहले एक पति-पत्नी अपनी गायों का दूध निकालने का कह कर घर से निकले थे लेकिन वो फिर कभी वापस नहीं आये…
ये बात 15 अगस्त 1942 की है। वो दिन एक परिवार के लिए काल बनकर आया था। ऐसा काल जिसने 9 लोगों के इस परिवार को उम्र भर का गम दे दिया। अब से करीब 75 साल पहले एक पति-पत्नी अपनी गायों का दूध निकालने का कह कर घर से निकले थे लेकिन वो फिर कभी वापस नहीं आये। लेकिन अब जो हुआ है उसने इस परिवार के जख्मों को फिर से हरा कर दिया है। 75 साल बाद जब वहां की बर्फ पिघली तब इस कपल की लाश बर्फ में जमी हुई मिली है।
स्विजरलैंड का है मामला-
– स्विजरलैंड के पिघलते ग्लेशियरों से 75 साल साल पहले जो भी उस बर्फ में दबा वो एक बार फिर से सामने आ गया।
– 15अगस्त 1942 को 40 साल के मार्सेलिन दमौलिन और उनकी 37 साल की पत्नी फ्रांसिने दमौलिन वैलैस कैंटन के ऊपर अपनी गायों का दूध निकालने गए थे।
– लेकिन उसके बाद ये दोनों दंपति कभी वापस घर नहीं लौटे।
– उनके 7बच्चे पूरी जिंदगी उनका इंतजार करते रहे, लेकिन वो कभी वापस नहीं आए।
– उनके बच्चों को रिश्तेदारों के साथ रहना पड़ा लेकिन हमेशा से वो अपने मां-बाप का अंतिम संस्कार करना चाहते थे।
ग्लेशियरों के पिघलने के बाद मिले शव-
– हाल ही में ग्लेशियरों के पिघलने के बाद दो शव बर्फ में जमे मिले हैं।
– पुलिस ने इनकी जांच की, जिसके बाद इन दंपति के बारे में बातें सामने आई।
– जब ये शरीर मिले तब दोनों एक दूसरे लिपटे हुए थे।
– दूसरे विश्व युद्ध के समय के वस्त्र पहनने वाला एक आदमी और एक महिला था।
– जानकारों का कहना है दोनों ने एक-दूसरे को बचाने की भरपूर कोशिश की होगी। इसलिए दोनों के शव एक दूसरे से बचाव की अवस्था में लिपटे हुए थे।
– ग्लेशियर के कारण शव पूरी तरह से संरक्षित थे और उनका सामान बरकरार था।