रफेयल शूमाकर अच्छे आर्टिस्ट थे, लेकिन फांसी के एक दृश्य ने उनकी जीवन लीला को ही समाप्त दिया। ऐसा क्यों हुआ? पुलिस जांच में जुटी है…
इटली। थिएटर आर्टिस्ट्स में उसका नाम था। 27 साल की उम्र में उसने कई नाटकों में अपने अभिनय से लोगों को दिल जीता और नाटक के एक दृश्य ने ही उसकी जीवन लीला समाप्त कर दी। वह थिएटर एक्टर है रफेयल शूमाकर। शूमाकर एक प्रायोगिक प्रोडक्शन के लिए पीजा के तेयातरो लक्स मंच पर अभिनय कर रहे थे। दृश्य फांसी का था। उन्होंने अपने गले में फांसी का फंदा डाला। कुछ ही पल में एक दर्शक को लगा कि फांसी का फंदा शूमाकर की गर्दन में चारों तरफ से कुछ ज्यादा ही टाइट हो रहा है। दरअसल रस्सी की जकडऩ इतनी तेज थी कि वो तडफ़ड़ा रहे थे। आयोजक जब तक समझते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। फंदे ने अपना काम कद दिया था। उन्हें तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। वह कोमा में है, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हैं। डॉक्टरों ने शूमाकर को दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया।
ऐसे हुआ हादसा…
दृश्य के दौरान शूमाकर ने सिर और चेहरे को कपड़े से ढक रखा था, लेकिन एक महिला मेडिकल ग्रैजुएट दर्शक ने नोटिस किया कि कुछ गलत हो रहा है। महिला ने नोटिस किया कि शूमाकर कांप रहे हैं। महिला वहां दौड़ती हुई गई और उसने रस्सी को ढीला किया। इसके बाद एक और दर्शक ने मदद की। शूमाकर मंच पर गिर गए। इसके तुरंत बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया।
मूल नाटक में फांसी का दृश्य नहीं था…
बहरहाल पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वह इस मामले की जांच कर रही है कि क्या सारी प्रक्रिया मानदंडों पर खरी थी या नहीं। दरअसल चाहे फिल्म हो या नाटक…इसके जब खतरनाक सीन शूट या मंचित किए जाते हैं, तो उस वक्त सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते हैं और एक्सपर्ट की देख-रेख में किए जाते हैं। थिएटर डायरेक्टर ने एक इटैलियन न्यूजपेपर को बताया है कि शूमाकर ने अचानक प्ले की स्क्रिप्ट बदल दी थी। डायरेक्टर ने कहा कि मूल नाटक में नकली बंदूक से गोली मारनी थी, लेकिन अचानक बिना बताए फांसी का सीन क्रिएट कर दिया गया।