स्वरूप ने बताया कि विदेश मंत्रालय अगवा नागरिकों के परिवारों के साथ लगातार संपर्क में है। मंत्रालय त्रिपोली स्थित भारतीय दूतावास के प्रमुख की मदद से अगवा भारतीयों के बारे में और सूचनाएं एकत्रित करने का प्रयास कर रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करके उन्हें मामले से अवगत कराया है। इस अपहरण के पीछे आईएस आतंकवादियों का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष परामर्श जारी करके सभी भारतीयों से लीबिया छोड़ने को कहा था। इसके बावजूद बड़ी संख्या में भारतीय अब भी वहां मौजूद हैं। वहीं पिछले साल से लापता चल रहे 39 भारतीयों के बारे में भी अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। ये पिछले साल आईएस आतंकियों और सेना के बीच लड़ाई के बाद से ही लापता हैं।