इस्लामाबाद। मुंबई हमले के मास्टर माइंड और जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने एक बार फिर भारत के खिलाफ आग उगली है। हाफिज ने सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ से पाकिस्तान के संस्थापक एमए जिन्ना के लंबित आदेश की पालना करने के लिए कश्मीर में सैनिक भेजने के लिए कहा है। उधर, पाक सरकार सईद के टेलीविजन चैनलों पर नजर आने पर लगी मीडिया नियामक प्रशासन की रोक के संदर्भ में छूट देती नजर आ रही है और यह आतंकी टेलीविजन चैनलों पर फिर दिखने लगा है।
बता दें कि पिछले साल नवंब में जमात उद दावा, इसके मुखौटा संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन सहित करीब 60 संगठनों और इसके नेताओं की कवरेज पर पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने रोक लगा दी थी। पेमरा ने निजी चैनलों पर सईद के नजर आने के संदर्भ में कोई संज्ञान नहीं लिया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि नवाज शरीफ सरकार ने सईद एवं उसके संगठनों के खिलाफ लगे प्रतिबंध को चुपचाप हटा लिया है।
उधर, हाफिज सईद ने एक रैली में यह दावा किया है कि कश्मीरियों ने विभाजन से पहले घोषणा की थी कि वे पाकिस्तान के साथ रहना चाहते हैं, लेकिन विभाजन के बाद भारत ने जबरन जम्मू कश्मीर में सेना भेज दी। उसने कहा कि इस पर कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना ने कमांडर इन चीफ को सैनिक भेजकर जवाब देने का आदेश दिया, लेकिन उन्होंने आदेश मानने से इनकार कर दिया। उसने कहा कि शरीफ को चकोठी तक राहत सामग्री भेजनी चाहिए ताकि कश्मीरियों को यकीन होगा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री उनके साथ हैं।
बता दें कि जमात उद दावा को यूएन टेररिस्ट ऑर्गनाइजेश घोषित कर चुका है। इसके अलावा 2008 में सईद को आतंकी डिक्लेयर कर दिया गया था। अमरीका ने उस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया है। पेमरा के बैन को सईद ने लाहौर हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इसकी सुनवाई कई बार टल चुकी है।