आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी, “खून के आंसू रोना”, लेकिन कई बार यह कहावत सच साबित भी हो जाती है। इस महिला और उसके परिवार के लिए यह कहावत नहीं बल्कि रोजमर्रा की कहानी है…
आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी, “खून के आंसू रोना”, लेकिन कई बार यह कहावत सच साबित भी हो जाती है। इस महिला और उसके परिवार के लिए यह कहावत नहीं बल्कि रोजमर्रा की कहानी है। इस महिला की आंखों से अक्सर कई बार रात के समय खून बहने लगता है। हैरानी की बात यह है कि ऐसा सिर्फ एक समय अंतराल बीच ही होता है। इस महिला की दोनों आंखों से रात के 2 बजे से 5 बजे के बीच खून बहने लगता है।
मामला हवाई का है जहाँ लिनी इकेदा नाम की यह महिला महिला शुरुआत में हाथ और पैर पर पड़ने वाले लाल रंग के अजीब से निशान से पीड़ित थी। साथ ही उसकी चमड़ी पर चकते भी उभर आते थे और पूरे शरीर में दर्द रहता था।
कुछ दिनों के बाद महिला के पूरे शरीर में ऐसा होने लगा। इसके होठ अपने आप कट गए और उसमें से खून निकलने लगा। परेशानी तब और भी बढ़ गई जब उनकी आंखों से भी खून बहने लगा। वह कहती हैं कि ब्लीडिंग के दौरान उन्हें दर्द नहीं होता लेकिन आंखों में सूजन और जलन जरूर महसूस होती है।
लिनी का कहना है कि वह करीब 30 से ज्यादा डॉक्टरों से इस बीमारी का इलाज करवा चुकी हैं लेकिन अभी तक उनकी बीमारी का समाधान नहीं हो सका है। वहीं डॉक्टरों के अनुसार वह एक लाइलाज और दुर्लभ बीमारी गार्डनर-डायमंड सिंड्रोम से जूझ रही हैं।