हिलेरी ने कहा कि महिलाएं आगे बढ़ेंगी, तो सभी आगे बढ़ेंगे, उन्होंने कहा कि जब महिलाओं को रोका जाता है तो हमारा देश रुक जाता है
न्यूयॉर्क। अमेरिकी के राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल हिलेरी क्लिंटन ने महिला समानता की वकालत की है। हिलेरी क्लिंटन ने भारतीय महिलाओं की प्रशंसा की है। क्लिंटन ने छोटे ऋण के लिए संगठित प्रयास करने वाली भारतीय महिला उद्यमियों का उदाहरण देते हुए दुनियाभर में महिलाओं के लिए समान वेतनमान, यौन हिंसा के खात्मे और उन्हें समान अवसर उपलब्ध कराए जाने का आवाहन किया। हिलेरी ने कहा कि महिलाएं आगे बढ़ेंगी, तो सभी आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि जब महिलाओं को रोका जाता है तो हमारा देश रुक जाता है, जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं तो सबकुछ आगे बढ़ता है। क्लिंटन ने इसे चौंका देने वाली बात बताई कि विकसित देशों में अमेरिका एक ऐसा देश है जो महिलाओं को मां बनने पर सवैतनिक अवकाश (पेड लीव्स) की गारंटी नहीं देता।
भारतीय महिलाओं की प्रशंसा-
उन्होंने कहा की महिलाओं को रोजगार में पुरुषों के बराबर अवसर मिला तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 2030 तक 10 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। उन्होंने उदाहरण दिया कि कैसे भारत, बांग्लादेश और लाइबेरिया में महिलाएं अपनी जीविका सुधारने और अपने अधिकार हासिल करने के लिए संगठित प्रयास कर रही हैं। क्लिंटन ने कहा कि हमने देखा कि पूरी दुनिया में महिलाएं बदलाव की एजेंट, तरक्की की वाहक और शांति कायम करने वाली बनीं हैं, मैने देखा है कि भारत और बांग्लादेश में जिन महिलाओं के पास फूटी कौड़ी नहीं थी, उन्होंने छोटे ऋण लेने और अपना छोटा कारोबार शुरू करने के लिए संगठित प्रयास किया। समान वेतनमान के मापदंड पर 142 देशों के समूह में अमेरिका को 65 वें स्थान पर रखने के विश्व आर्थिक मंच की रैंकिंग का हवाला देते हुए कहा, इसकी कल्पना कीजिए, हमें पहले नंबर पर होना चाहिए था। उन्होंने उम्मीद जताई कि दुनिया ऐसे बदलाव को हासिल करने के पहले से कहीं ज्यादा करीब है।