सरकार ढूंढ रही है यमन में फंसे भारतीयों को निकालने के उपाय
Published: Mar 26, 2015 11:32:00 pm
सरकार ने यमन में फंसे भारतीय को सुरक्षित बाहर निकालने के विभिन्न पहलुओं पर विचार
विमर्श किया
नई दिल्ली। सरकार ने यमन में फंसे भारतीय को सुरक्षित बाहर निकालने के विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श किया और यमन की ताजा स्थिति का जायजा लिया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार विदेश मंत्रालय में सचिव अनिल वाधा ने रक्षा ,गृह, प्रवासी मामलों ,जहाजरानी मंत्रालयों और नौसेना एवं वायु सेना मुख्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करके यमन में फंसे कम से कम साढे तीन हजार नागरिकों की सुरक्षित वापसी के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सना में भारतीय दूत अमृत लुगुन से वहां की स्थिति पर पहले ही टेलीफोन पर बातचीत की थी। विदेश मंत्रालय ने यमन की स्थिति के बारे में 24 घंटे जानकारी देने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है। यमन में फंसे लोगों में ज्यादातर नर्स हैं। गौरतलब है कि सरकार ने यमन की स्थिति गंभीर बताते हुए नागरिकों को जल्द से जल्द स्वदेश लौटने की सलाह दी थी। सरकार ने इसके पहले 21 जनवरी और 19 मार्च को निर्देश जारी करके नागरिकों को स्वदेश लौटने को कहा था।
दूसरी ओर यमन के राष्ट्रपति अब्द राब्बू मंसूर हादी विद्रोहियों के बढ़ते दबाव की वजह से अदन स्थित अपना महल छोड़कर पहले ही भाग निकलें हैं। सूत्रों के मुताबिक, अदन की पहाड़ी पर बने हादी के महल से बुधवार को राष्ट्रपति के काफिले को निकलते देखा गया था। जबकि विद्रोहियों ने हादी को पकड़ने के लिए 1 लाख डॉलर के इनाम की घोषणा की है। आपको बता दें कि यमन में शिया हाउती विद्रोहियों ने अदन शहर से लगे अल अनाद स्थित सरकार नियंत्रित हवाई अaे पर भी कब्जा जमा लिया है।