ईरान परमाणु समझौता: चीन-अमरीका भी नजदीक आएंगे
समझौता वार्ता में शामिल चीन ने एक बयान में
कहा कि इससे चीन और अमरीका के सम्बंधों को बढ़ावा मिलेगा
लुसाने। लुसाने (स्विट्जरलैंड) में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में आठ दिन की बातचीत के बाद तैयार हुई प्रारंभिक समझौते की रूपरेखा पर कई देशों ने अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया जताई है। समझौता वार्ता में शामिल चीन ने बीजिंग से जारी एक बयान में कहा कि इससे चीन और अमरीका के सम्बंधों को बढ़ावा मिलेगा। विदेश मंत्री वांग यी ने अमरीकी विदेश मंत्री जॉन कैरी से फोन पर भी बात की।
बयान में वांग के हवाले से बताया गया है कि चीन और अमरीका दोनों पर अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु अप्रसार प्रणाली की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी है। बयान के अनुसार कैरी ने कहा कि अमरीका, ईरान परमाणु वार्ता में महत्वपूर्ण और रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए चीन की प्रशंसा करता है।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने भी समझौते को ऎतिहासिक बताते हुए कहा कि उनका देश इस समझौते से बंधा हुआ है और इससे नए द्वार खुले हैं। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रारम्भिक समझौते की तारीफ की है। उन्होंने प्रतिनिधि सभा और सीनेट के सदस्यों से बात की और बहरीन, कुवैत, कतर और संयुक्त अरब अमीरात के नेताओं को फोन किया। ओबामा ने इस समझौते की तुलना शीत युद्ध के बाद अमरीका तथा सोवियत संघ के बीच किए गए शस्त्र नियंत्रण समझौते से की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा, हम अच्छा महसूस कर रहे हैं। अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
अंतिम समझौता वार्ता का रास्ता खुला
प्ररम्भिक समझौते से 30 जून को किए जाने वाले अंतिम परमाणु समझौते की बातचीत का रास्ता खुल गया है। परन्तु अंतिम समझौता होने तक ईरान के विरूद्ध लगे सभी आर्थिक प्रतिबंध जारी रहेंगे।
Home / world / Miscellenous World / ईरान परमाणु समझौता: चीन-अमरीका भी नजदीक आएंगे