संयुक्त राष्ट्र के एक पैनल ने यूके में विकीलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे को रोककर रखने को गैरकानूनी माना
लंदन। विकीलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे के लिए राहत भरी खबर है। संयुक्त राष्ट्र के एक पैनल ने यूके में उन्हें रोककर रखने को गैरकानूनी माना है। असांजे कई सालों से लंदन में स्थित इक्वाडोर दूतावास में शरण लिए हुए हैं। उम्मीद जताई है कि अब असांज का पासपोर्ट लौटा दिया जाएगा और गिरफ्तारी के आदेश भी खत्म कर दिए जाएंगे। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले असांज ने कहा था कि अगर यूएन की पैनल उनके खिलाफ कोई फैसला देती है तो वो खुद को ब्रिटेन की पुलिस के हवाले कर देंगे। 2014 में असांज ने यूएन के वर्किंग ग्रुप के सामने स्वीडन और ब्रिटेन के खिलाफ मनमानी हिरासत का केस यह कहते हुए दर्ज करवाया था कि दूतावास में उन्हें कैद करना अवैध है।
इक्वाडोर दूतावास में ले रखी है शरण
मालूम हो कि असांजे पर लगे दुष्कर्म के आरोपों के बाद से ही उन्होंने पूर्वी लंदन में स्थित इक्वाडोर के दूतावास में पिछले साढ़े तीन साल से शरण ले रखी है। असांजे को डर है कि उन्हें सेना और कूटनीति से जुड़े हुए सैकड़ों कागजात लीक करने की वजह से अमरीका को प्रत्यार्पित किया जा सकता है।