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महीनों से बैंकों के चक्कर लगा रहा है यह बुजुर्ग, इसकी समस्या इसके ये लाखों रूपये के सिक्के हैं!

Published: Jul 20, 2017 08:56:00 am

Submitted by:

राहुल

सिक्कों ने इस बुजुर्ग को परेशानी में डाला हुआ है जिस वजह से ये तमाम बैंकों के चक्कर लगा-लगा कर थक चुके हैं, लेकिन कोई बैंक इन सिक्कों के बदले इन्हें इतने सिक्कों के बदले नोट दे पाने में असमर्थता जताई है…

laundry entrepreneur pleads help banks refuse acce

laundry entrepreneur pleads help banks refuse accept 1-8 tonnes coins

कोई भी इंसान सिक्कों को बहुत ही कम मात्रा में अपने पास रखना चाहता है, इसके पीछे की कई वजह हैं! सिक्कों का वजन इन वजहों में प्रमुखता से आता है। आपके पास अगर कुछ रुपयों के सिक्के हों तब आप उन्हें रखने की जगह ढूंढेंगे। कुछ ऐसा ही हुआ एक बुजुर्ग शख्स के साथ जिसके पास चंद रुपयों के नहीं बल्कि पूरे 30 लाख रुपयों के सिक्के हैं। सिक्कों ने इस बुजुर्ग को परेशानी में डाला हुआ है जिस वजह से ये तमाम बैंकों के चक्कर लगा-लगा कर थक चुके हैं, लेकिन कोई बैंक इन सिक्कों के बदले इन्हें इतने सिक्कों के बदले नोट दे पाने में असमर्थता जताई है।
Desperate times: Mr Zhang from Zhengzhou, central China, struggles to deal with his £32,000 of coins
अपनी आधी जिंदगी काट चुका यह बुजुर्ग लॉन्ड्री बिजनेस चलाता हैं लेकिन इन सिक्कों के कारण उसने अपने कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं दिया है। दरअसल चीन के हेनान प्रांत स्थित झेंगझोऊ शहर में झांग के पास 3 लाख युआन यानि 30 लाख रुपए के सिक्के कुछ ही महीनों में इकट्ठे हो गए हैं। वह चाहते हैं कि कोई बैंक उनके सिक्के को नोट में बदल दें।
Down and out: The businessman has been left unable to pay either his staff or his monthly mortgage bills
सिक्कों का वजन 1.8 टन है, जिसे झांग ने अपने वेयरहाउस में प्लास्टिक बैग में जमा किया है। प्रत्येक प्लास्टिक में कम से कम 500 सिक्के रखे हुए हैं। झांग अपने इस बिजनेस के अलावा स्कूटर चार्जिंग भी बेचते थे। लेकिन स्टाफ सैलरी की वजह से उन्हें यह काम छोड़ना पड़ा।
Nowhere to turn: He has a partnership with supermarkets to trade coins but their demand is strictly limited
झांग ने अपनी यह समस्या स्थानीय अखबार के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि झांग अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए कितना प्रतिबद्ध हैं। झांग कहते हैं ‘मैं अपने इन सिक्कों को लेकर बहुत ही ज्यादा चिंतित हूं, यदि किसी सुपरमार्केट को छोटे सिक्के चाहिए तो कृपा करके वह मुझे संपर्क करें। 

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