सिक्कों ने इस बुजुर्ग को परेशानी में डाला हुआ है जिस वजह से ये तमाम बैंकों के चक्कर लगा-लगा कर थक चुके हैं, लेकिन कोई बैंक इन सिक्कों के बदले इन्हें इतने सिक्कों के बदले नोट दे पाने में असमर्थता जताई है…
कोई भी इंसान सिक्कों को बहुत ही कम मात्रा में अपने पास रखना चाहता है, इसके पीछे की कई वजह हैं! सिक्कों का वजन इन वजहों में प्रमुखता से आता है। आपके पास अगर कुछ रुपयों के सिक्के हों तब आप उन्हें रखने की जगह ढूंढेंगे। कुछ ऐसा ही हुआ एक बुजुर्ग शख्स के साथ जिसके पास चंद रुपयों के नहीं बल्कि पूरे 30 लाख रुपयों के सिक्के हैं। सिक्कों ने इस बुजुर्ग को परेशानी में डाला हुआ है जिस वजह से ये तमाम बैंकों के चक्कर लगा-लगा कर थक चुके हैं, लेकिन कोई बैंक इन सिक्कों के बदले इन्हें इतने सिक्कों के बदले नोट दे पाने में असमर्थता जताई है।
अपनी आधी जिंदगी काट चुका यह बुजुर्ग लॉन्ड्री बिजनेस चलाता हैं लेकिन इन सिक्कों के कारण उसने अपने कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं दिया है। दरअसल चीन के हेनान प्रांत स्थित झेंगझोऊ शहर में झांग के पास 3 लाख युआन यानि 30 लाख रुपए के सिक्के कुछ ही महीनों में इकट्ठे हो गए हैं। वह चाहते हैं कि कोई बैंक उनके सिक्के को नोट में बदल दें।
सिक्कों का वजन 1.8 टन है, जिसे झांग ने अपने वेयरहाउस में प्लास्टिक बैग में जमा किया है। प्रत्येक प्लास्टिक में कम से कम 500 सिक्के रखे हुए हैं। झांग अपने इस बिजनेस के अलावा स्कूटर चार्जिंग भी बेचते थे। लेकिन स्टाफ सैलरी की वजह से उन्हें यह काम छोड़ना पड़ा।
झांग ने अपनी यह समस्या स्थानीय अखबार के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि झांग अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए कितना प्रतिबद्ध हैं। झांग कहते हैं ‘मैं अपने इन सिक्कों को लेकर बहुत ही ज्यादा चिंतित हूं, यदि किसी सुपरमार्केट को छोटे सिक्के चाहिए तो कृपा करके वह मुझे संपर्क करें।