अब्दुल के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो अपना और अपनी बेटी का भोजन जुटा सकें। नार्वे के रहने वाले समाजिक कार्यकर्ता गिसूर ने 25 अगस्त को अब्दुल की यह फोटो पोस्ट की थी, इसके बाद सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा शेयर की जाने वाली यह फोटो थी। इसमें लोगों से हैश बाय पैन नाम से लोगों से सहयोग की अपील की। इसके बाद 15 घंटे में लोगों के सहयोग से 45 हजार डालर एकत्रित हो गए।