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मां की प्रेरणा से खोजा स्टार्च सेल, संगीत का भी था शौकः नोबेल विजेता ओलिवर

Published: Jan 12, 2017 03:04:00 pm

स्मिथिस हमेशा कहते, ‘स्टार्च जेल’ से मुझे बचपन के उन दिनों की याद आती है जब मेरी मां, पिता जी के शर्ट पर स्टार्च लगाती थी। स्टार्च लगाते ही कमीज साफ और कड़क हो जाती थी। यही से मुझे स्टार्च जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस के खोज की प्रेरणा मिली।

UNC Nobel laureate Oliver Smithies

UNC Nobel laureate Oliver Smithies

वॉशिंगटन। अमरीकी आनुवंशिकी वैज्ञानिक ओलिवर स्मिथिस जब लैब से बाहर होते तो संगीत का लुत्फ उठाते। दूर आसमान में उड़ना उन्हें बेहद भाता था। प्लेन उड़ाना जानते थे। स्टेम सेल के क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए ओलिवर को चिकित्सा विज्ञान के लिए वर्ष 2007 का नोबेल पुरष्कार दिया गया। 1988 में चैपल हिल के यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना में बतौर प्रोफेसर नियुक्त हुए और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में शिद्धत से काम किया। कैंसर की बीमारी पर कई शोध किए। 1985 में कैंसर की बीमारी से मुक्ति के लिए नई तकनीक का इजात किया। 91 साल की उम्र में आखिरी सांस भी काम करते हुए ही ली।

मां की प्रेरणा से खोजा स्टार्च जेल
स्मिथिस हमेशा कहते, ‘स्टार्च जेल’ से मुझे बचपन के उन दिनों की याद आती है जब मेरी मां, पिता जी के शर्ट पर स्टार्च लगाती थी। स्टार्च लगाते ही कमीज साफ और कड़क हो जाती थी। यही से मुझे स्टार्च जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस के खोज की प्रेरणा मिली। मेरा पहला प्रयास सफल रहा, लेकिन स्टार्च की कमी पड़ गई। कनाडा में उस वक्त डेनमार्क से स्टार्च आयात किया जाता था और इसके सप्लाई में लगभग ठप थी।

संगीत के शौकीन, बैंगेल्स से प्रेरित होकर प्लेन उड़ाना सीखे
स्मिथिस जब 16 साल के थे पिता के दोस्त ने उन्हें मोटरसाइकिल का इंजन थमा दिया। ओलिवर ने उसे चलने योग्य बना दिया। वो बचपन से ही संगीत के शौकीन थे। अपने जुड़वा भाई के साथ कोप्ले चर्च में गाना गाते थे और पियानो बजाना सीखते थे। 11 साल की उम्र में डबल्यू ई जोन्स की दूसरे विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर लिखे काल्पनिक फाइटर पायलट हिरो से इतने प्रेरित हुए कि पायलट बनने की ठान ली।

उलझन में फ्लाइट की सैर
स्मिथिस जब लैब से बाहर होते तो लोग उन्हें निजी पायलट पुकारते। उनकी मोटर अक्सर ग्लाइडर होरेस विलियम्स एयरपोर्ट की तरफ दौड़ती दिखती। एयरपोर्ट की दूरी चैपर हिल से ज्यादा नहीं थी। स्मिथिस प्लेन उड़ाने में माहिर थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वो जब भी किसी उलझन में होते तो फौरन फ्लाइट में बैठकर आसमान की सैर कर आते। नोबेल पुरस्कार लेते वक्त स्मिथिस ने उड़ान में बीते 4 हजार घंटों का जिक्र भी किया था।

ओलिवर स्मिथिस के महत्वपूर्ण योगदान….
जन्म- 23 जून 1925 हैलिफैक्स (इंग्लैंड)
मृत्यु- 10 जनवरी 2017
चर्चा में- 91 साल की उम्र में निधन को लेकर।
शिक्षा- 1946 में फिजियोलॉजी में स्नातक। रसायनशास्त्र में दूसरी स्नातक डिग्री। 1951 में फिजियोलॉजी में स्नातकोत्तर।
– 2007 में फिजियोलॉजी व चिकित्सा के क्षेत्र में काम के लिए नोबेल अवॉर्ड
– 1990 में गैर्डनर फाउंडेशन इंटरनेशनल अवार्ड से सम्मानित
– 1982 में विस्कॉन्सिन-मैडिसन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रहने के दौरान कैंसर सेल पर काम किया
– 1950 में यूनिवर्सिटी ऑफ टोरेंटो में रिसर्च सहायक रहने के दौरान स्टार्च जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस की खोज
प्लेन उड़ाना सीखना वैसे ही है जैसे डर को दूर करने के लिए ज्ञान प्राप्त करना।- नोबेल फाउंडेशन 2007
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